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शिक्षामित्रों ने जून में मानदेय देने की मांग की


शिक्षामित्रों ने जून में मानदेय देने की मांग की

लखनऊ:-मानदेय 11 महीने का और काम 12 महीने। गर्मी की छुट्टियों के बाद 16 जून से प्राइमरी स्कूल खोले जाएंगे लेकिन शिक्षामित्रों को जून का मानदेय नहीं दिया जाता। लिहाजा, अब शिक्षामित्र जून के मानदेय की मांग कर रहे हैं। प्रदेश के स्कूलों में 1,41,201 शिक्षामित्र हैं।प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षामित्रों को केवल 11 महीने का मानदेय दिया जाता है। बीते वर्ष से स्कूलों की छुट्टियों में बदलाव किया गया है। जाड़े में होने वाले अवकाश को शैक्षिक कैलेण्डर का हिस्सा बना दिया गया और 31 दिसम्बर से 14 जनवरी का शीतकालीन अवकाश शामिल किया।

इसकी जगह गर्मी की छुट्टियां कम कर दी गई हैं। पहले 15 मई से 31 जून तक गर्मी की छुट्टियां की जाती थीं। लिहाजा जून का मानदेय नहीं दिया जाता था। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों का संचालन बाधित रहा। लेकिन इस वर्ष उन्हें 15 जून से काम करना होगा। शिक्षामित्रों ने सरकार को पत्र भेज कर जून का मानदेय देने का अनुरोध कर रहे हैं।आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही का कहना है कि शिक्षामित्रों ने कोरोना संक्रमण में काफी अच्छा काम किया है। शिक्षामित्रों को लेकर सरकार मानवीय दृष्टिकोण अपनाए। हमारा मानदेय में वृद्धि करे और इसे 12 महीने तक देने की व्यवस्था करें।


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