गोरखपुर : महामारी काल में बच्चों के पठन-पाठन के नुकसान को पूरा करने व कक्षा स्तर के अनुरूप सीखने के निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति का प्रेरणा लक्ष्य एप के जरिये मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन की जिम्मेदारी समस्त एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) व स्टेट रिसोर्स ग्रुप सदस्य (एसआरजी), 150 डीएलएड प्रशिक्षु तथा 100 नवनियुक्त शिक्षकों को सौंपी गई है। यह रेंडम आधार पर चयनित प्रत्येक विद्यालय के 10 बच्चों का प्रतिदिन मूल्यांकन करेंगे।
मूल्यांकन के बाद शिक्षक जान सकेंगे कि बच्चों के सीखने का स्तर क्या है। यह भी पता चल सकेगा कि कक्षावार कौन सी दक्षताएं हासिल करने के लिए बच्चों को अतिरिक्त सहयोग की जरूरत है।
बीएसए आरके सिंह ने कहा कि गुणवत्ता संवर्धन के लिए सरल एप के जरिये प्रत्येक 30 दिन पर विद्यालय में हुई पढ़ाई का विषयवार शैक्षिक मूल्यांकन किया जाएगा। ग्रे¨डग व उत्कृष्टता के आधार पर चयनित प्रेरक बच्चों एवं उनके अभिभावकों को विद्यालय में बुलाकर सम्मानित भी किया जाएगा। शिक्षकों से अपेक्षा है कि वह ईमानदारी से बच्चों को पढ़ाएं, क्योंकि छात्रों के मूल्यांकन के आधार पर ही शिक्षकों का भी मूल्यांकन होगा।
एप से ऐसे होता है आकलन :
प्रेरणा लक्ष्य एप में भाषा या गणित के लिए कक्षा तीन को चुनते हैं तो आकलन की प्रक्रिया कक्षा एक, दो फिर तीन तक पहुंच कर समाप्त होगी। इसी प्रकार कक्षा पांच की भाषा या गणित को चुनते हैं तो प्रेरणा लक्ष्य एप कक्षा एक, दो, तीन, चार और फिर पांच की दक्षता के आकलन तक पहुंचेगा। प्रक्रिया के बीच में बच्चा चयनित कक्षा के पूर्व की किसी कक्षा में रुक जाता है तो पुन: उसी कक्षा स्तर की दक्षता दोहराई जाएगी।
बच्चों का मूल्यांकन करेंगे डीएलएड प्रशिक्षु, एआरपी, एसआरजी व नवनियुक्त शिक्षक
मूल्यांकन के आधार पर बच्चों में दक्षता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त सहयोग प्रदान करेंगे शिक्षक