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PM का राष्ट्र के नाम सम्बोधन LIVE: मोदी ने तीनों नये कृषि कानून वापस लिए, कहा- सरकार इन्हें नेक नीयत के साथ लाई थी।


PM का राष्ट्र के नाम सम्बोधन LIVE: मोदी ने तीनों नये कृषि कानून वापस लिए, कहा- सरकार इन्हें नेक नीयत के साथ लाई थी।

निष्ठा FLN 3.0 प्रशिक्षण Module-03 & 04 की लिंक

निष्ठा मॉड्यूल-03 की आकलन प्रश्रोत्तरी का हल कुल-40 प्रश्न

निष्ठा Module-04 की गतिविधि के प्रश्नों का हल। 

निष्ठा मॉड्यूल-04 की आकलन प्रश्नोत्तरी का हल 40 प्रश्नों के उत्तर

किसान कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता

प्रधानमंत्री ने कहा मैंने किसानों की परेशानियों और चुनौतियों को बहुत करीब से देखा है जब देश ने मुझे 2014 में प्रधानमंत्री के तौर पर देश की सेवा का मौका दिया तो हमने किसान कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी बहुत लोग अनजान हैं कि देश के 100 में से 80 किसान छोटे किसान हैं। उनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है इनकी संख्या 10 करोड़ से भी अधिक है। जिनकी जिंदगी का आधार यही छोटी सी जमीन का टुकड़ा है। मोदी ने कहा कि यह किसान इसी जमीन से अपने परिवार का गुजारा करते हैं। इसलिए देश के छोटे किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए बाजार बीमा बीज और बचत पर ऐसा काम किया। हमने किसानों को अच्छी क्वालिटी के बीच के साथ नीम कोटेड यूरिया और सोयल हेल्थ कार्ड जैसी सुविधा दी। इन प्रयासों से प्रोडक्शन बड़ा है हमने फसल बीमा योजना से ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ा बीते 4 साल में 10 हजार करोड़ से अधिक का मुआवजा किसान भाई बहनों को मिला है।

तीनों कृषि कानून वापस लेने का किया ऐलान

मोदी ने कहा कि किसानों की ताकत बढ़ाने के लिए 10,000 एफपीओ किसान उत्पादक संगठन बनाने की प्लानिंग है इस पर 7000 करोड रुपए का फंड खर्च किए जा रहे हैं हमने क्रॉप लोन बढ़ा दिया है। यानी हमारी सरकार किसानों के हित में लगातार एक के बाद एक कदम उठाती जा रही है। पूरी ईमानदारी से काम कर रही है साथियों किसानों की इसी अभियान में देश में तीन कृषि कानून लाए गए थे देश के किसानों को खासकर छोटे किसानों को फायदा हो यह मांग देश में लंबे समय से होती रही थी पहले भी कई सरकारों ने इस पर मंथन किया था। इस बार भी संसद में चर्चा हुई मंथन हुआ और यह कानून लाए गए देश में अनेक किसान संगठनों ने इसका समर्थन किया। मैं आज उन सभी को बहुत-बहुत आभारी हूं धन्यवाद करता हूं।

मोदी ने कहा हमने नेक नीयत से कानून लाए,लेकिन समझा नहीं पाए

हमारी सरकार खासकर छोटे किसानों के हित में पूरी स्तय निष्ठा से किसानों के प्रति पूर्ण समर्पण भाव से यह कानून लेकर आई थी। लेकिन यह हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए। हम पूरी विनम्रता से किसानों को समझाते रहे। बातचीत भी होती रही। हमने किसानों की बातों को समझने में कोई कसर गई छोड़ी। कानून के जिन प्रावधानों पर उन्हें ऐतराज था उसे सरकार बदलने को तैयार हो गई थी। साथियों में आज गुरु नानक देव जी का पवित्र पर्व है। यह समय किसी को दोष ने का नहीं है।

मैं आज यह पूरे देश को बताने आया हूं कि हम तीनों कृषि कानून वापस लेने का फैसला करता हूं। इसी महीने हम इसे वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर देंगे।


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