ढीले, सुस्त और बहानेबाज बेसिक शिक्षकों को नोटिस देकर हटाएगा विभाग
उत्तर प्रदेश: छंटनी की आंच अब बेसिक शिक्षा विभाग तक पहुंच गई है, विभाग ने 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं, उनके पिछले 10 वर्षों के कार्यों की गोपनीय आख्या भी मांगी गई है ।
बीईओ के माध्यम से आने वाली इस रिपोर्ट के आधार पर ही तय होगा कि संबंधित शिक्षक कर्मचारी से आगे सेवा ली जाएगी या नहीं, मालूम हो कि सरकारी सेवाओं में दक्षता सुनिश्चित करने के लिए सरकार युवा और तेज तर्रार कर्मचारियों को ही वरीयता दे रही है ।
ढीले, सुस्त और बहानेबाज कर्मचारियों को सेवा से हटाने की चरण में विभिन्न सरकारी विभागों में स्क्रीनिंग कराई गई थी, अब इसे शिक्षा विभाग में भी लागू कर दिया गया है, बेसिक शिक्षा सचिव की ओर से जारी पत्र में 15 दिसंबर तक ऐसे शिक्षकों की सूची बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं ।
सूची को चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष रखा जाएगा, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक ( बेसिक ) समिति के अध्यक्ष हैं, वहीं बीएसए , मुख्यालय के बीईओ और संबंधित ब्लॉक के बीईओ को सर्वेसर्वा रखा गया है ।
इस नियम के तहत होगी स्क्रीनिंग
पत्र में वित्तीय हस्त खंड -2 , भाग -2 से चार में प्रकाशित मूल नियम 56 में दी गई व्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि नियुक्ति प्राधिकारी किसी भी समय, किसी सरकारी सेवक को (चाहे वह स्थायी हो या अस्थायी) नोटिस देकर बिना कोई कारण बताए उसके 50 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने के बाद सेवानिवृत्त हो जाने अपेक्षा कर सकता है, पात्रता पर खरा नहीं उतरने वालों को तीन माह की अग्रिम नोटिस देकर अनिवार्य सेवानिवृत्त दी जाएगी ।