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Learning Outcome // लर्निंग आउटकम परीक्षा से परखी जाएगी बच्चों की दक्षता


लर्निंग आउटकम परीक्षा से परखी जाएगी बच्चों की दक्षता

प्रतापगढ़: प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का नेशनल अचीवमेंट सर्वे के तहत लर्निंग आउटकम परीक्षा से शैक्षिक मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए जिले के चयनित 217 विद्यालयों में 13 नवंबर को ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा का संचालन किया जाएगा। जिले के चयनित विद्यालयों में कक्षा 3, कक्षा 5, कक्षा आठ व कक्षा-10 के विभिन्न विषयों में छात्र-छात्राओं के उपलब्धि स्तर का आकलन किया जाएगा। इस सर्वे की जिम्मेदारी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के उप शिक्षा निदेशक मो0 इब्राहिम को दी गई है।

डायट के उप शिक्षा निदेशक एवं परीक्षा के जिला नोडल अधिकारी मो0 इब्राहिम में बताया कि इस सर्वे का उद्देश्य पर सभी विद्यालयों में अध्यनरत छात्र छात्राओं का शैक्षिक मूल्यांकन करना है। साथ ही उनकी उपलब्धि का स्तर जांचना है इस परीक्षा के माध्यम से यह भी जांचा जाएगा कि छात्रों के सीखने की क्षमता कितनी है। इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। जहां कमियां होगी उसे शिक्षकों की ट्रेनिंग से दूर किया जाएगा। साथ ही जो छात्र जितना दक्ष होगा, उसे उसी हिसाब से आगे की पढ़ाई के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए 217 विद्यालयों का चयन किया गया है परीक्षा में 301 इन्वेस्टिगेटर वार्ड 217 ऑब्ज़र्वर लगाए जाएंगे। इनके चयन की प्रक्रिया चल रही है।

सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति जरूरी:-

नेशनल अचीवमेंट के तहत लर्निंग आउटकम परीक्षा को लेकर सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति जरूरी है इसको लेकर अभिभावकों को स्कूलों के अध्यापक जागरूक करेंग। विद्यार्थियों का शिक्षा का स्तर जांचने के लिए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण करवाने जा रहा है। सरकारी स्कूलों सहायता प्राप्त तथा मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सीखने की क्षमता के आकलन के लिए नेशनल अचीवमेंट सर्वे पूरे भारत में एक साथ होगा। जिला कोऑर्डिनेटर संगम इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल संजय शर्मा ने बताया कि 13 नवंबर को जिले के चयनित 217 स्कूलों में नेशनल अचीवमेंट सर्वे परीक्षा होगी इसमें कक्षा 3, कक्षा पांच, कक्षा आठ व कक्षा 10 के विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा। आकलन परीक्षा सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाएगी।

इन विषयों से पूछे जाएंगे प्रश्न:-

NCERT की तरफ से प्रत्येक 3 साल में एक बार राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण करवाया जाता है। जिले के चयनित स्कूलों में कक्षा तीसरी और पांचवी के विद्यार्थियों की हिंदी गणित और पर्यावरण अध्ययन कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों की सामाजिक और विज्ञान हिंदी और गणित तथा दसवीं के विद्यार्थियों की सामाजिक,विज्ञान, हिंदी, गणित तथा अंग्रेजी विषय की परीक्षा लेगा।


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