परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा गुणवत्ता पर योगी सरकार का जोर, कसौटी पर कसेगे निदेशक व अपर निदेशक स्तर के अफसर, अब सोमवार से होगा विद्यालयों का सघन निरीक्षण
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में पढाई शुरू हो गई है. अब उसे गुणवत्ता जांचने के लिए निदेशक व अपर निदेशक स्तर के अधिकारियों को तैनात किया है। वे जिलों में जाकर स्कूलों की जांच करेंगे, उन्हें अपनी रिपोर्ट विभाग की ओर से दिए गए लिंक पर आनलाइन अपलोड करनी होगी।
सोमवार बेसिक शिक्षा विभाग के 37 अधिकारी बरेली लखनऊ समेत इतने ही जिलों में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। योगी सरकार प्राथमिक शिक्षा की तस्वीर बदलने को प्रयासरत है इसी को देखते हुए 1:35 लाख स्कूलों का कायाकल्प करने के साथ पढाई में कोई रुकावट न हो इसके लिए छात्र- छात्राओं को पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराई जा रही है.
स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए निदेशक, अपर निदेशक समेत उच्च स्तर के अधिकारियों को स्कूलों की जांच में लगाया गया है, इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा अनामिका सिंह के और से दिशा- निर्देश जारी किए है।
प्रत्येक अधिकारी 10-10 स्कूलों की जांच करेगें:-
महानिदेशक स्कूल शिक्षा अनामिका सिंह ने प्रदेश के सभी जिलों में प्राथमिक शिक्षा गुणवत्ता जांचने के लिए 75 अधिकारियों, सलाहकारों को लगाया है. सभी अधिकारियों को आवंटित जिलों में जाकर 10-10 स्कूलों कि जांच करनी है, अधिकारी स्कूलों में कायाकल्प योजना के तहत हुए कार्य, पाठ्य पुस्तकों का वितरण शिक्षा की गुणवत्ता आदि देखेगें। ज्ञात हो कि इससे पहले 3-4 सितम्बर को अधिकारियों ने 38 जिलों का निरीक्षण किया था, अब शेष जिलों में तेजी से निरीक्षण होगा।