लखनऊ:- प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चलाए गए विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में 52 लाख 80 हजार 882 नए मतदाता जोड़े गए हैं। इसमें परुषों की संख्या 28 लाख 86 हजार 988 है जबकि महिलाओं की संख्या 23 लाख 92 हजार 258 है। तृतीय लिंग के 1636 मतदाता जोड़े गए हैं। इसमें 18 से 19 साल के युवा मतदाताओं की संख्या 14 लाख 66 हजार 470 नाम जोड़े गए हैं। बुधवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने निर्वाचन कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 1 नवंबर में से 05 दिसंबर तक नाम जोड़ने और कटवाने के लिए अभियान चलाया गया था।

इस दौरान न सिर्फ 52.80 लाख नए मतदाता जोड़े गए बल्कि 21 लाख 40 हजार 278 नामों को मतदाता सूची से हटाया गया। इसमें 10 लाख 50 मतदाता मृतक श्रेणी, 3 लाख 32 हजार 905 जो दूसरे स्थानों पर चले गए हैं। और 7 लाख 94 हजार 29 ऐसे मतदाता है जिनके दो स्थानों की मतदाता सूची में नाम थे। अजय कुमार ने बताया कि पुनरीक्षण अभियान के दौरान 2 लाख 37 हजार 941 प्रविष्टियों में संशोधन संबंधी कार्रवाई कराई गई।नाम जोड़े जाने और हटाए जाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब प्रदेश में 15 करोड़ 2 लाख 84 हजार 5 मतदाता आने वाले विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इसमें महिलाओं की संख्या 8 करोड़ 04 लाख 52 हजार 736 है जबकि महिलाओं की संख्या 6 करोड़ 98 लाख 22 हजार 416 है। तृतीय लिंग की संख्या 8853 है। उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव के मुकाबले पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के अनुपात में सुधार आया है। पहले जहां 1000 पुरुष पर 857 महिलाएं थीं, वहीं अब यह 1000 पुरुषों में 868 हो गई है। उन्होंने बताया कि 10 लाख 64 हजार 266 दिव्यांग और 24 लाख 03 हजार 296 ऐसे मतदाता हैं जिनकी आयु 80 वर्ष से अधिक है। इन मतदाताओं को घर से वोट डालने का मौका मिलेगा।

नामांकन की तारीख तक जुड़वा सकेंगे नाम

अजय शुक्ला ने बताया कि मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में देख सकते हैं। यह सूची संबंधित बूथ पर चस्पा की गई है। इसके अलावा बीएलओ से संपर्क कर और निर्वाचन कार्यालय से संपर्क कर और वेबसाइट के माध्यम से भी मतदाता अपने नाम चेक कर सकते हैं। जिन लोगों के नाम नहीं हैं वह अपने नाम इन्हीं माध्यमों से जुड़वा भी सकते हैं। नाम जुड़वाने की प्रक्रिया संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में होने वाली नामांकन प्रक्रिया तक चलेगी। voter helpline app के माध्यम से भी अपने नाम चेक किए जा सकते हैं और नाम न होने पर जुड़वाए जा सकते हैं।

1.74 लाख पोलिंग स्टेशन

अजय शुक्ला ने बताया कि पिछली बार के मुकाबले लगभग 11 हजार बूथ बढ़ाए गए हैं। इस तरह इस बार बूथों की संख्या 1 लाख 74 हजार 351 होगी। हर बूथ पर बुनियादी सुविधाओं को इंतजाम किया जा रहा है।

पांच साल मे बढ़े 86 लाख वोटर

बीते पांच साल में 86 हजार नए वोटर बढ़ गए हैं। इस बार जहां मतदाताओं की संख्या 15.02 करोड़ है वहीं विधानसभा चुनाव 2017 में मतदाताओं की संख्या 14.16 करोड़ थी। 2012 में यह संख्या 12.74 लाख, 2007 के चुनाव में मतदाताओं की संख्या 11.35 करोड़ और 2002 के चुनाव में यह संख्या 9.97 करोड़ थी।


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