बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग

ड्रॉप बॉक्स खाली करने हेतु शिक्षकों पर दिए जा रहे अनावश्यक दबाव के संदर्भ में ।


ड्रॉप बॉक्स खाली करने हेतु शिक्षकों पर दिए जा रहे अनावश्यक दबाव के संदर्भ में ।


आपके द्वारा udise पोर्टल के ड्रॉप बॉक्स के कक्षा 1 से 4 तथा 6,7 के छात्रों को वापस अपने स्कूल में इंपोर्ट करने हेतु वॉट्सएप पर निर्देश दिए गए हैं तथा कक्षा 5 के छात्रों को निकट के जूनियर विद्यालय के कक्षा 6 में एवं कक्षा 8 के छात्र को वह जिस विद्यालय में नामांकित है वहां इंपोर्ट करने हेतु निर्देशित किया गया है।
उक्त निर्देशों के अनुपालन में अनेक अन्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं
जैसे कि

  1. ड्रॉप बॉक्स में वही छात्र जाते हैं जिनका नाम विद्यालय की प्रवेश पंजिका से पृथक हो चुका होता है या उन्हें टी0सी0 दी जा चुकी होती है, ऐसी स्थिति में छात्रों को पुनः उसी विद्यालय में इंपोर्ट करते समय नया SR एवं प्रवेश तिथि देनी पड़ेगी तथा UDISE पोर्टल पर रोल नंबर, अकादमिक प्रगति रिपोर्ट, लंबाई, वजन, विद्यालय में उपस्थित दिनों की संख्या, पुस्तक वितरण, डीबीटी इत्यादि की भी इंट्री करनी पड़ेगी। अन्यथा की स्थिति में स्टूडेंट प्रोफाइल अपूर्ण रहेगी तथा विद्यालय डिफॉल्टर दिखाता रहेगा। और यदि सारी इंट्री करके UDISE डाटा लॉक हो जाता है तब उस स्थिति में प्रेरणा पोर्टल से छात्र नामांकन में भिन्नता उत्पन्न हो जाएगी। और अगले वर्ष जब इन बच्चों का पुनः नाम पृथक किया जायेगा तो विगत एवं वर्तमान शैक्षिक सत्र दोनों को मिलाकर ड्रॉप बॉक्स में संख्या अत्यधिक हो जाएगी।
  2. जब छात्र विद्यालय से टी 0सी0 लेकर जा चुका है तब बिना अभिभावक की सहमति के पुनः उसी विद्यालय में नामांकन कराना विधिक नहीं है।
  3. ड्रॉप बॉक्स के छात्रों को जब विद्यालय में पुनः इंपोर्ट कर लिया जाएगा तो इनकी अपार आई डी हेतु अभिभावक से सहमति लेना कैसे संभव होगा।
  4. कुछ छात्र छात्राएं ऐसे हैं जो कक्षा 5 एवं कक्षा 8 उत्तीर्ण करके एवं टी सी लेकर प्राइवेट विद्यालय में निचली कक्षाओं में नामांकन करा चुके हैं ऐसे छात्रों को कैसे ड्रॉप बॉक्स से हटाया जाएगा। ऐसे छात्रों को भी संबंधित विद्यालय इंपोर्ट नहीं करते हैं।
  5. पुनः इंपोर्ट करने की व्यवस्था से एक छात्र का दो – दो एवं अलग – अलग कक्षाओं में नामांकन हो जाएगा।
  6. दुर्भाग्य से कतिपय छात्रों का निधन हो जाने पर उनका भी नाम ड्रॉप बॉक्स से नहीं है हट रहा है।
  7. पारिवारिक परिस्थितियों के कारण जिन बच्चों ने कक्षा 8 के बाद पढ़ाई छोड़ दी है उन छात्रों को स्वयं के या बिना प्रवेश लिए अन्य विद्यालय में इंपोर्ट करवाना संभव नहीं है।
  8. कक्षा 8 उत्तीर्ण बच्चों को इंपोर्ट करने की जिम्मेदारी उस विद्यालय की होती है जहां पर वह प्रवेश ले रहा है इसके लिए टी सी में PEN अंकित किया गया था, इस बार APAAR आई डी भी अंकित की जा रही है, इसके बावजूद परिषदीय शिक्षकों पर ही दबाव बनाया जा रहा है।
  9. ड्रॉप बॉक्स खाली करने हेतु जो तात्कालिक उपाय किए जा रहे हैं यह कदापि उचित नहीं हैं, यह भविष्य में नई समस्या को जन्म देंगे जो शिक्षक एवं छात्रों के लिए नुकसान दायक होगा।
  10. ड्रॉप बॉक्स खाली करने हेतु इतना जोर शिक्षक पर दिया जा रहा है जबकि उत्तम यह होगा कि छात्र की वास्तविक स्थिति के अनुसार उचित कक्षा एवं विद्यालय में इंपोर्ट करने पर दिया जाए। प्रत्येक विद्यालय एवं विद्यार्थी की इसके अतिरिक्त अलग – अलग समस्याएं हैं जिनका उचित परीक्षण किए बिना इस तरह तात्कालिक निदान करना अनेक अन्य समस्याओं को जन्म देगा।
    अस्तु संगठन आप से यह मांग करता है कि विद्यालयवार एवं छात्र वार सूचना प्राप्त करके उचित तरीके से बिना अनावश्यक दबाव के ड्रॉप बॉक्स सम्बन्धी कार्य पूर्ण कराने का कष्ट करें। ड्रॉप बॉक्स खाली करने के बजाय उसमें स्थित छात्र की वास्तविक स्थिति परिलक्षित हो यह ज्यादा उचित होगा।


Related Articles

Leave a Reply

Back to top button