शिक्षामित्रों का समायोजन मई में, मांगी गईं सूचनाएं

समय से जानकारी न देने पर 56 जिलों के बीएसए को फटकार
लगभग छह साल बाद शिक्षामित्रों को मिलेगा मौका
लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षामित्रों को समायोजन (मूल विद्यालय वापसी) के लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। इसके लिए जिलों से सूचनाएं मांगी गई हैं। वहीं समय से जानकारी न देने वाले 56 जिलों के बीएसए को फटकार भी लगाई गई है। जिलों से सूचना मिलने के बाद मई के अंत में समायोजन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

पिछले दिनों नियमित शिक्षकों के परस्पर तबादले व शिक्षामित्रों के समायोजन के आदेश जारी किए गए थे। इसके बाद शिक्षकों के परस्पर तबादले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। किंतु शिक्षामित्र अभी इंतजार ही कर रहे हैं।
इस क्रम में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी जिलों के बीएसए को पत्र भेजकर एक प्रोफार्मा पर शिक्षामित्रों से संबंधित जानकारी मांगी है। उन्होंने समय से सूचनाएं न भेजने वालों से नाराजगी भी जताई है।
इस बीच 15 मई से परिषदीय विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियां हो रही हैं। विभाग का प्रयास है कि छुट्टियां शुरू होने के साथ ही शिक्षामित्रों के समायोजन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।
बता दें कि शिक्षामित्रों को 2018-19 में समायोजन का मौका मिला था। इसके बाद से वह इसके लिए इंतजार ही कर रहे हैं। लगभग 15-20 हजार शिक्षामित्र ऐसे हैं जो अपने मूल विद्यालय वापस नहीं आ सकेंगे। इस प्रक्रिया के पूरा होने से वे लाभान्वित होंगे। वहीं महिला शिक्षामित्र को अपने ससुराल के पास के स्कूल जाने का भी मौका मिलेगा।