अब सरकारी माध्यमिक स्कूलों की होगी ग्रेडिंग-गुलाब देवी
मॉनिटरिंग के लिए नया फ्रेमवर्क होगा तैयार
लखनऊ:प्रदेश में 53 हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कॉलेज का निर्माण शुरू हो रहा है। इसमें आठ हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। वहीं प्रदेश के सरकारी स्कूलों की ग्रेडिंग भी जाएगी और मॉनिटरिंग के लिए भी फ्रेमवर्क तैयार हो रहा है। माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने 100 दिन पूरे होने पर मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने कॅरिअर काउंसिलिंग के लिए भी पोर्टल विकसित किया है।उन्होंने बताया कि हम तकनीक का इस्तेमाल कर कई नई चीजें कर रहे हैं।
‘पहुंच पोर्टल पर स्कूल की जीआईसी मैपिंग हो चुकी है। इससे नए स्कूलों की स्थापना में मदद मिलेगी। कॅरिअर काउंसिलिंग के लिए ‘पंख पोर्टल विकसित किया है। वहीं ई लाइब्रेरी के लिए ‘प्रज्ञान पोर्टल भी बनाया गया है।पोर्टल पर ई-पुस्तकों के संग्रह के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं, उद्यमिता व स्टार्ट-अप, एनआईसी ई-ग्रन्थालय और लाइब्रेरी नेटवर्क की जानकारी उपलब्ध है। पोर्टल सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध है।
गुलाब देवी ने जानकारी दी कि मॉनिटरिंग व स्कूलों की ग्रेडिंग के लिए ‘परख पोर्टल भी विकसित किया गया है। विद्यालयों के प्रदर्शन के मानक भी विकसित किए जा रहे हैं, जिससे हर सरकारी स्कूलों की ग्रेडिंग तय होगी। स्कूलों के वेबपेज के लिए ‘पहचान और वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए प्रवीण योजना संचालित की जा रही है। कौशल विकास मिशन के सहयोग से राजकीय विद्यालयों में वोकेशनल ट्रेनिंग का निःशुल्क सर्टिफिकेशन कोर्स संचालित किया जाएगा। गुलाब देवी ने कहा कि सभी सरकारी स्कूल में बायोमेट्रिक अटेंडेंस और वाईफाई की सुविधा दी जा रही है। प्रेसवार्ता में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, विशेष सचिव वेदपति मिश्रा व शम्भू कुमार मौजूद रहे।
अब ज्यादा अध्यापकों को मिलेगा पुरस्कार-
राज्य अध्यापक पुरस्कार के मानकों में संशोधन किया जाएगा। अध्यापकों की संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखते हुए विषयवार / वर्गवार पुरस्कारों की संख्या निर्धारित की जाएगी। इसके संशोधित मानक व प्रक्रिया तय की जाएगी। इससे हर विषय / वर्ग के अध्यापकों को पुरस्कार प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।