बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग

जिले में 3400 बेसिक शिक्षकों के नवंबर महीने के वेतन पर लगी रोक


जिले में 3400 बेसिक शिक्षकों के नवंबर महीने के वेतन पर लगी रोक

बुलंदशहर:- बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले के बेसिक स्कूलों में तैनात 3400 से अधिक शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा अपना प्रान प्रपत्र नहीं भरने पर उनका नवंबर का वेतन रोक दिया है। वेतन रोके जाने पर शिक्षक नेताओं और शिक्षकों ने रोष जताया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नई पेंशन के लिए अब तक प्रान प्रपत्र नहीं भरने पर वेतन रोका गया है।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव और जिला उपाध्यक्ष कौशल किशोर ने बताया कि विभागीय अधिकारियों ने शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी है, जो नियम के विरुद्ध है। शिक्षक पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। यदि कोई नई पेंशन योजना का लाभ नहीं लेना चाहता है तो उसे अपने अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता यदि विभागीय अधिकारियों ने प्रान प्रपत्र भरने के लिए आदेश जारी किया तो उससे संबंधित किसी भी शिक्षक को नोटिस जारी नहीं किया गया। इस तरह की कोई भी कार्रवाई करने से पहले तीन बार नोटिस देना जरूरी होता है। वहीं, शासन स्तर से इसके संबंध में वेतन रोकने के लिए कोई स्पष्ट आदेश नहीं है। वेतन रोकने के मामले को लेकर बीएसए और वित्त एवं लेखाधिकारी से मुलाकात की जाएगी और शिक्षकों का वेतन जारी करवाया जाएगा।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार शर्मा ने पदाधिकारियों के साथ मिलकर विभागीय अफसरों से मुलाकात कर रोके गए वेतन को जारी करने की मांग की। संघ के पदाधिकारी दिनेश कुमार, संजय शर्मा, मूलेंद्र प्रताप सिंह, पीयूष शर्मा, चचली, संतोष, पुष्पा और अनुराधा शर्मा आदि शामिल रहे। इसके लिए अब तक जिन शिक्षकों ने अपना प्रान प्रपत्र नहीं भरा है, उनका वेतन रोका गया है। शिक्षकों को पेंशन से संबंधित एनपीएस का लाभ देने के लिए यह निर्णय लिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी वीके शर्मा ने बताया कि यह निर्णय उच्चाधिकारियों के निर्देश पर लिया गया है। वेतन नहीं रोका जाएगा। वह एनपीएस का लाभ लेने के लिए जल्द से जल्द अपना प्रान प्रपत्र भर दें।

आदरणीय शिक्षकगण आप हमारे Whatsapp Group एवं टेलीग्राम से जुड़ सकते है!     https://chat.whatsapp.com/IRUs0CxSY0d7zubM2XU1C9 टेलीग्राम:https://t.me/nipunbharat


Related Articles

Leave a Reply

Back to top button