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सीएम योगी की शिक्षकों को नसीहत, ट्रांसफर-पोस्टिंग के चक्कर में न पड़ें, पुरस्कार के लिए लाइन न लगाएं


सीएम योगी की शिक्षकों को नसीहत, ट्रांसफर-पोस्टिंग के चक्कर में न पड़ें, पुरस्कार के लिए लाइन न लगाएं

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लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवचयनित शिक्षकों को नसीहत दी है कि वे ट्रांसफर-पोस्टिंग के चक्कर में न पड़ें। रविवार को लोकभवन में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए चयनित प्रवक्ताओं व सहायक अध्यापकों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि नियुक्ति के छह माह एक साल के बाद ही लोग तरह-तरह के बहाने बनाने लगते हैं। आखिर प्रदेश के पिछड़े जिलों में कौन जाएगा, वे जिले पीछे रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वह टीम का पार्ट बनकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में चयनित 1395 प्रवक्ता व सहायक अध्यापकों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया।

मुख्यमंत्री ने स्वयं सांकेतिक रूप से कुछ अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। सीएम योगी ने कहा कि नवचयनित अभ्यर्थी कई वर्षों से अन्य परीक्षाओं में भी शामिल हुए होंगे। योग्यता होने के बावजूद उनका चयन नहीं हुआ होगा, क्योंकि पहले भेदभाव होता था। 2017 के पहले भर्ती में भ्रष्टाचार होता था। भर्ती के साथ ही महाभारत के सभी रिश्ते वसूली के लिए निकल पड़ते थे। कहा, पौने छह वर्षों में हमने अपराध व अपराधियों के साथ ही भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के लिए भी जीरो टालरेंस की नीतियों को अपनाया, इसलिए युवा योग्यता, क्षमता व प्रतिभा के अनुरूप काम पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की एजेंसियां भी मानती हैं कि यूपी में बेरोजगारी दर 19 प्रतिशत से घटकर लगभग दो प्रतिशत रह गई है। मुख्यमंत्री ने नियुक्ति की प्रक्रिया पारदर्शी व निष्पक्ष होने पर लोकसेवा आयोग की टीम को बधाई दी।

कोई भाई-भतीजावाद की शिकायत नहीं कर सकता

सीएम ने कहा कि आज भर्ती में कोई भाई-भतीजावाद, जातिवाद व भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हमने भर्ती की हर प्रक्रिया को मिशन रोजगार के तहत बढ़ाया। उसी का परिणाम है कि जिस प्रदेश में वर्षों तक नियुक्ति नहीं हो पाती थी, वहां साढ़े पांच वर्ष में पांच लाख से अधिक सरकारी नौकरी देने में सफलता हासिल की गई। बेहतर कानून व्यवस्था के जरिए दंगा मुक्त प्रदेश बनाने का वातावरण दिया, उसका परिणाम है कि यहां व्यापक निवेश हुआ। 1.61 करोड़ नौजवानों को निजी क्षेत्र में नौकरी व रोजगार देने में सफलता पाई। कई युवा स्वयं का स्टार्टअप स्थापित करना चाहते थे। बैंकों से जोड़ने की प्रक्रिया में बाधा थी, उन्हें दूर कर 60 लाख से अधिक नौजवानों व उद्यमियों को यूपी में स्वतः रोजगार से जोड़ने में सफलता पाई। आज की प्रक्रिया भी मिशन रोजगार का हिस्सा है, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री आगे बढ़ा रहे हैं। 10 लाख से अधिक अग्निवीरों का चयन हो रहा है। केंद्र के विभिन्न विभागों में 10 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी व रोजगार से जोड़ने की कार्रवाई को बढ़ाया जा रहा है।

पुरस्कार के लिए लाइन न लगाएं

सीएम ने सीख दी कि शिक्षक बनने के बाद केवल पुरस्कारों के लिए लाइन न लगाएं। कार्य पद्धति ही आपको पुरस्कृत करती है। बिना कार्यपद्धति व योग्यता के पुरस्कार पाने वाले हंसी के पात्र बनते हैं। सम्मान के लिए खुद को तैयार करें, समाज व राष्ट्र की चुनौती से जूझने के लिए तैयार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रांतिकारी निर्णय है। शिक्षा जगत के जरिए भारत दुनिया में शिक्षा के सबसे बड़े केंद्र के रूप में फिर से उभरने की ताकत रखता है। उसके लिए शिक्षकों को तैयार करना होगा। भर्ती में पारदर्शी प्रक्रिया आपको भी जीवन व कार्यपद्धति में ईमानदारी के लिए प्रेरित करती है। तब यूपी को देश के ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित कर पाएंगे।

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