2273 विद्यालयों में सबसे पहले होगा लागू इसके बाद एडेड , वित्तविहीन विद्यालयों में कराया जाएगा अमल
लखनऊ : प्रदेश के 33 हजार से अधिक माध्यमिक विद्यालयों में बायोमीट्रिक हाजिरी अनिवार्य करने की तैयारी है । माध्यमिक शिक्षा विभाग इसे चरणवार लागू करेगा । सबसे पहले राजकीय माध्यमिक कालेजों में इसे जुलाई से ही लागू किया जा सकता है । इसके बाद अशासकीय सहायताप्राप्त यानी एडेड और फिर अंत में वित्तविहीन माध्यमिक कालेजों में अमल कराया जाएगा । राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राज्य विश्वविद्यालयों में बायोमीट्रिक हाजिरी अनिवार्य कर दिया है । साथ ही वहां वेतन भुगतान इसी उपस्थिति के आधार पर करने के निर्देश हैं । इसी तर्ज पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने भी कदम बढ़ाया है ।
प्रदेश में अभी 33,734 माध्यमिक विद्यालय हैं जिनमें 1.27 करोड़ छात्र – छात्राएं अध्ययनरत हैं । इन्हें पढ़ाने के लिए 3.92 लाख शिक्षक कार्यरत हैं । उनकी विभाग ने स्कूलों को दिए जाने वाले वार्षिक बजट में पहले ही प्रविधान किया था कि विद्यालय बायोमीट्रिक मशीन लगवाएं ताकि हाजिरी दर्ज हो सके । कई स्कूलों ने बायोमीट्रिक मशीनें लगाई हैं और कुछ जगह लगाई जा रही हैं । इसी वजह से मुख्यमंत्री के समक्ष 100 दिन की कार्ययोजना में इसे शामिल किया गया । अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने बताया कि बायोमीट्रिक हाजिरी प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों में लागू की जाएगी । पहले चरण में 2273 कालेजों में जुलाई से ही इसे अनिवार्य किया जा सकता है ।