Site icon बेसिक शिक्षा विभाग समाचार

सीएम योगी ने किया एलान : हर आंगनबाड़ी का होगा अपना भवन, प्री-प्राइमरी के रूप में मिलेगी पहचान, 1.23 लाख कार्यकर्ताओं को देंगे स्मार्ट फोन


 सीएम योगी ने किया एलान : हर आंगनबाड़ी का होगा अपना भवन, प्री-प्राइमरी के रूप में मिलेगी पहचान, 1.23 लाख कार्यकर्ताओं को देंगे स्मार्ट फोन

 लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन और इंफेंटोमीटर से लैस करने की योजना का शुभारंभ करते हुए प्रदेश में अब हर आंगनबाड़ी केन्द्र का अपना भवन होगा। प्री प्राइमरी स्कूल के तौर पर इसे अलग पहचान दिलाई जाएगी। यह काम सरकार की प्राथमिकता में हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय और बढ़ाने के भी संकेत दिए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जो मानदेय बढ़ा था वह कार्यकर्ताओं के काम (परफारमेंस) के आधार पर प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिया गया है। यह उनका पिछला बकाया था जो दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार उनका मानदेय बढ़ाने पर विचार कर रही है।लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन और इंफेंटोमीटर वितरित करने के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों के सर्वांगीण विकास की नींव हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार के पहले तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सिर्फ धरना-प्रदर्शन करने वाली कर्मचारी के रूप में पहचान थी। लेकिन सरकार बदलने के बाद से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पूरी प्रतिबद्धता केसाथ बच्चों और धात्री महिलाओं के पोषण कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने तकनीक का सहारा लेकर पोषण कार्यक्रम को और बेहतर ढंग से संचालित किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कोरोना नियंत्रण में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर राशन व दवा पहुंचाया। बीमार लोगों का टेस्ट कराया। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि बहुत से संपन्न लोग घर में बैठकर व्यवस्था की आलोचना करते रहे, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी जान की परवाह किए बिना फील्ड में रहकर जरूरतमंदों की मदद में जुटी रहीं। उन्होंने कहा निष्ठा और मेहनत के आधार पर कार्यकर्ताओं ने लोगों की धारणा को बदलने में कामयाब रही हैं।मुख्यमंत्री ने इंसेफेलाइटिस बीमारी की रोकथाम के लिए चलाए गए ‘दस्तक’ कार्यक्रम को सफल बनाने में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के भूमिका की सराहना की। मुख्यमंत्री द्वारा प्रतीकात्मक तौर पर स्मार्ट फोन व इंफेंटोमीटर दिए जाने के बाद अब प्रदेश के सभी जिलों में कार्यक्रम का आयोजन करके 1 लाख 23 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन और 1 लाख 87 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए इंफेंटोमीटर वितरण किया जाएगा। जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा यह डिवाइस वितरित किए जाएंगे।

गुड गवर्नेंस के लिए उपयोगी है ई.गवर्नेंस: स्वाति सिंह:-

इस मौके पर महिला कल्याण व बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह ने स्मार्टफोन वितरण को ई-गवर्नेंस का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट फोन से पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से पोषाहार वितरण के साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य की भी निगरानी होगी। स्मार्ट फोन वितरण का यह कार्यक्त्रस्म एक साथ 29 जिलों में आयोजित किया जा रहा है। वहां जिलाधिकारी व सीडीओ स्मार्ट फोन वितरित कर रहे हैं। साथ ही हर महीने 200 रुपये इंटरनेट रिचार्ज के लिए भी इन्हें दिए जाएंगे। इससे आंगनबाड़ी कार्यक्त्रस्मों की रियल टाइम निगरानी हो सकेगी। मौके पर से ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता डाटा अपलोड कर सकेंगी। कार्यक्त्रस्म में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारीए अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण राधा एस चौहान व प्रमुख सचिव वी हेकाली झिमोमी मुख्य रूप से उपस्थित थीं।

इस संग एप के जरिए दी जा सकेगी मदद:-

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एक मोबाइल एप भी लांच किया। इसके जरिए कोई भी एनजीओ या व्यक्ति आंगनबाड़ी केंद्रों में किसी भी तरह का सहयोग कर सकेंगे। इस एप में प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र की क्या आवश्यकताएं हैं यह दर्ज होंगी। दानदाता इस एप के जरिए किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र को उनकी आवश्यकता के अनुसार सहयोग दे सकेंगे। यह एप जल्द ही प्ले स्टोर पर उपलब्ध हो जाएगा


Exit mobile version