खुशखबरी: बेटी के साथ ससुराल जाएगी ‘नौकरी’, मिलेगी खास सहूलियत


शासन ने रोजगार सेवक बनी बेटियों को सहूलियत दी, विवाह होने पर ससुराल या नजदीक किसी गांव में तैनाती मिलेगी

देवरिया:– मायके में रहकर बिटिया अगर रोजगार सेवक बन गई तो विवाह होने के बाद उसकी नौकरी नहीं जाएगी। न ही उसे अपनी ड्यूटी के लिए रोजाना ससुराल से मायके आना पड़ेगा। शासन ने ऐसी व्यवस्था की है कि शादी होने के बाद रोजगार सेवक की नौकरी भी बेटी के साथ ससुराल जाएगी। उसे ससुराल या आसपास के रिक्त पद वाले गांवों में तैनाती दी जाएगी।जिले में कुल 695 रोजगार सेवक तैनात हैं। इनमें करीब तीन सौ महिलाएं हैं। दो सौ महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें शादी से पूर्व रोजगार सेवक के पद पर तैनाती मिली। नौकरी के लिए उन्हें शादी के तुरंत बाद फिर मायके लौटना पड़ा। वह मायके में रहकर ही रोजगार सेवक का कार्य करती हैं।प्रदेश सरकार ने इन महिलाओं को विशेष सहूलियत देते हुए नौकरी ससुराल में समायोजित करने का निर्णय लिया है। अगर ससुराल में रोजगार सेवक का पद रिक्त नहीं होगा तो आसपास के गांवों में उन्हें तैनाती दी जाएगी। प्रभारी डीसी मनरेगा विजय शंकर राय ने बताया कि शासन ने इच्छुक महिला रोजगार सेवकों को सहूलियत देते हुए उनके ससुराल या आसपास के गांवों में समायोजित किया जाएगा। शीघ्र ही इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

मनरेगा सम्मेलन में जाएंगे मनरेगा के अधिकारी-कर्मचारी

चार अक्तूबर को लखनऊ में आयोजित मनरेगा सम्मेलन में जिले से 882 अधिकारी कर्मचारी शामिल होंगे। रोजगार सेवक संघ के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम में कुल 695 रोजगार सेवक भी भाग लेंगे। सभी ब्लॉकों से मिलाकर कुल 20 बसें रविवार को जिले से रवाना होंगी। बाराबंकी जिले में रात्रि विश्राम होगा। कार्मिकों के खानपान की व्यवस्था ब्लॉक के बीडीओ करेंगे।अमर उजाला नेटवर्क


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