What’s Teleprompter? ||  क्या होता है टेलीप्रॉम्पटर?, आइये जाने

आजकल विश्व के अनेक नेता और वक्ता मंच पर बिना देखे, बिना पर्चा पढ़े, एक उच्च कोटि, उच्च स्तरीय भाषण देते हैं और अलग अलग भाषाओं का प्रयोग करते हैं। वे अधिकतर अपने भाषणों में एक खास आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हैं। जिससे वे बड़ी आसानी से बड़े बड़े उच्चस्तरीय भाषण दे देते हैं और श्रोताओं को एकदम सहज लगता है। श्रोता और देखने वालों को लगता है कि वक्ता भाषण याद कर के बोल रहे है, या अपने मन से बोल रहे है।

आज इस तकनीक का प्रयोग न्यूज़ एंकर समाचार पढ़ने के लिए करते हैं या फ़िल्म अभिनेता अपनी स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए भी करते है। अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, ट्रम्प आदि सभी इस आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते थे और और भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भी प्रयोग कर रहे है। इस खास तकनीक का नाम है टेलीप्रॉम्पटर डिवाइस।

टेलीप्रॉम्पटर एक तरह का खास उपकरण होता है जिसके सहारे वक्ता अपने भाषण पढ़ते है या अभिनेता या गीतकार अपनी लाइन बोलने के लिए प्रयोग करते हैं। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होता है, कि वक्ता को अपना भाषण याद नही करना पढ़ता है। वह टेलीप्रॉम्पटर के सहारे बड़ी सहजता से भाषण दे देता है और सुनने वालों को यह सामान्य लगता हैं। उन्हें लगता है कि वक्ता बिना देखे भाषण दे रहे है।

आपने बड़े नेताओं को भाषण देते समय नोटिस किया है ? उनके अगल बगल दो बड़े बड़े आईने जैसे शीशे लगे होते हैं और ये शीशे ही टेलीप्रॉम्पटर शीशे होते हैं। इन्ही पर वक्ता की तरफ, भाषण चल रहा होता है और श्रोताओं की तरफ से यह एक सामान्य शीशा लगता है। श्रोताओं की तरफ से कुछ नही दिखता।

टेलीप्रॉम्पटर में निम्न उपकरण प्रयुक्त होते हैं –

1- टेलीप्रॉम्पटर स्टैंड और रेफ़्लेक्टिंग शीशा

2 – मॉनिटर या टैब

टेलीप्रॉम्पटर स्टैंड पर टेलीप्रॉम्पटर ग्लास लगभग 45 डिग्री के झुकाव में सेट किया जाता है। इसके ठीक नीचे मॉनिटर या टैब उल्टा करके रखा जाता है जिसपर सॉफ्टवेयर की मदद से वक्ता द्वारा दिया जाने वाला भाषण उल्टे शब्दो मे चलता है और वक्त के बोलने की गति के अनुसार चलता है तथा उस भाषण का प्रतिबिंब टेलीप्रॉम्पटर शीशे पर सीधे शब्दों में बनता है जिसे वक्ता आसानी से पढ़ लेता है। पहले इसकी गति और साइज मैनुवाली अपडेट करते थे लेकिन अब यह आटोमेटिक है। एक बार सेट कर लेते हैं फिर वह वक्ता की बोलने की गति के हिसाब से अपने आप चलता है। टेलीप्रॉम्पटर Object Mirroring एवं प्रतिबिंबित (Reflection) के सिद्धांत पर काम करते हैं। टेलीप्रॉम्पटर ग्लास में दो परते होती है जो अंदर की परत में मॉनिटर या टैब द्वारा प्रतिबिंबित किया जाती है जिससे वक्ता को साफ साफ और Object Mirroring के सिद्धांत पर काम करने के कारण शब्द बड़े बड़े दिखाई देते हैं।

मुख्यतः टेलीप्रॉम्पटर (teleprompter) दो प्रकार के होते हैं।

1)अध्यक्षीय (Presidential teleprompter)

इस प्रकार के टेलीप्रॉम्पटर का प्रयोग मुख्य रूप से राजनेता अपने भाषण देने के लिए करते हैं। इसमे एक लंबे स्टैंड पर टेलीप्रॉम्पटर शीशा लगा होता हैजो 45 डिग्री के कोण में झुका होता है और इसके ठीक नीचे वक्ता के केबिन या उनके पैरों के नीचे टैब या मॉनिटर रखा होता है जिसका प्रतिबिम्ब टेलीप्रॉम्पटर शीशे पर बनता है। जब वक्ता बोलता है, तो इन शीशों में देख कर बोलता है और ये शीशे द्वीपरतीय होने के कारण श्रोताओं को सामान्य शीशे लगते हैं, उन्हें लगता है, कि वक्ता उन्हें देख कर बोल रहा है। ये दोनों शीशे वक्ता के दाएं -बाएं लगे रहते हैं। वक्ता इन्ही में देखकर अपना भाषण बोलता है।

2)कैमरा वाला (Camera mounted teleprompter)

इस टेलीप्रॉम्पटर (teleprompter ) का प्रयोग समाचार पढ़ने और फिल्मों की रिकॉर्डिंग में किया जाता है। इसमे टेलीप्रॉम्पटर शीशे (teleprompter) के ठीक पीछे कैमरा होता है। शीशे के आंतरिक भाग में समाचार या डायलॉग चल रहे होते हैं। एंकर या अभिनेता शीशे में देख कर उन्हें बोलते है। शीशे के ठीक पीछे लगा कैमरा उन्हें रिकॉर्ड करता है जिससे ऐसा लगता है कि अभिनेता या एंकर स्क्रिप्ट याद करके बोल रहा है।

Teleprompter के उपयोग –

◆ Teleprompter के उपयोग से भाषण देने वाला (Speaker) Audience से Eye contct बना सकता है।
◆ Teleprompter का उपयोग News Anchor, Politician, Acctors etc. अपनी अपनी Field में करते है।
◆ Teleprompter का उपयोग Singer को उनके Songs को lines को याद रखने में किया जाता है।
◆ Teleprompter का उपयोग Tv presenter Camera को देखते हुए Script पढ़ सकते है।
◆ Teleprompter का उपयोग से Script में होने वाली गलती बहुत काम होती है और इसमें सुधर भी किया जा सकता है।

टैलिप्राम्प्टर (teleprompter) की खोज Hubert Schlafy और Free Barton Junior और Irving Berlin kahn ने 1950 के आस पास की थी।


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