17 हजार से अधिक शिक्षकों-कर्मचारियों के मतदान पर संकट
लखनऊ:- विधानसभा निर्वाचन 2022 की ड्यूटी में लगे लगभग 17000 शिक्षकों कर्मचारियों के मतदान पर संकट आ सकता है। ड्यूटी में लगे शिक्षकों और कर्मचारियों को पहले प्रशिक्षण के साथ ही पोस्टल बैलट के माध्यम से अपने मताधिकार का प्रयोग करना था। इसके बाद में संशोधन कर प्रशिक्षण के बाद की तारीख मतदान के लिए दी गई है। पोस्टल बैलट से मतदान करने की मतदान तिथि में संशोधन होने पर अब कर्मचारियों को सिर्फ मतदान देने के लिए अपने प्रशिक्षण स्थान पर दोबारा आना होगा। जिसको लेकर कर्मचारियों और शिक्षकों में रोष व्याप्त है।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधांशु मोहन ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान ही मतदान होता तो सभी मतदान कर सकते थे। लेकिन मतदान कार्यक्रम में संशोधन होने के बाद निश्चित रूप से मतदान पर संकट आ सकता है। क्योंकि 60 से 80 किलोमीटर दूर से प्रशिक्षण में कर्मचारी और शिक्षक शामिल हो रहे हैं। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद बहुत मुश्किल है कि कर्मचारी मतदान के लिए दोबारा पहुंचे। जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से संशोधन पत्र जारी कर दिया गया है।
पहले पोलिंग पार्टी के सभी मतदान कार्मिक कोड संख्या 01 से 300, कोड संख्या 331 से 660, कोड संख्या 661 से 990 एवं कोड संख्या 991 से 1320 तक के कर्मियों को 12 फरवरी को पोस्टल बैलट से मतदान करना था। संशोधन के बाद अब यह कर्मी 16 फरवरी को सुबह 9:00 से 6:00 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
इसी क्रम में कोड संख्या 1321 से 1650 कोड संख्या 1651 से 1980 तक कर्मचारियों को 14 फरवरी एवं कोड संख्या 1981 से 2310 एवं कोड संख्या 2311 से 2640 तक के कर्मियों को 15 फरवरी को पोस्टल बैलट से प्रशिक्षण के दौरान मतदान करना था। संशोधन के बाद इन कर्मचारियों को 17 फरवरी को मतदान करना होगा। मतदान से छूटे हुए कर्मचारी 18 फरवरी को सुबह 9:00 से शाम 6:00 बजे तक मतदान कर सकेंगे।