यूपीपीएससी : अब बीईओ भर्ती के कट ऑफ के लिए अड़े अभ्यर्थी

प्रयागराज:- हाईकोर्ट की सख्ती के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस-2019, पीसीएस-2020 और समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ)-2016 की प्रारंभिक परीक्षा के प्राप्तांक एवं कटऑफ तो जारी कर दिए, लेकिन कई अन्य भर्ती परीक्षाओं के प्राप्तांक और कट ऑफ जारी होने का अभ्यर्थियों को इंतजार है। प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि आयोग की ओर से पीसीएस और आरओ/एसआरओ भर्ती की प्रांरभिक परीक्षाओं के प्राप्तांक एवं कट ऑफ अंक जारी किए जाने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि प्रारंभिक परीक्षा के प्राप्ताकं एवं कट ऑफ अंक जारी किए जाने का नियम अभी बरकरार है।ऐसे में आयोग को खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) भर्ती-2019 के प्राप्तांक एवं कट ऑफ अंक भी जारी करने चाहिए। यह भर्ती प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा के माध्यम से आयोजित की गई थी। बीईओ के 309 पदों अभ्यर्थियों का चयन किया गया था और सभी को ज्वाइनिंग भी मिल की है, लेकिन आयोग ने अब तक प्राप्तांक एवं कट ऑफ अंक जारी नहीं किए।

कई परीक्षाओं का कटआफ अभी तक नहीं हुआ है जारी

आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्राप्तांक एवं कट ऑफ अंक भी जारी नहीं किए हैं। प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि सूचना के अधिकार के तहत कुछ अभ्यर्थियों को उनके प्राप्तांक एवं कट ऑफ अंक अलग से उपलब्ध कराए गए, लेकिन आयोग ने समान रूप से सभी अभ्यर्थियों के प्राप्तांक एवं कट ऑफ जारी नहीं किए, जबकि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के ज्यादातर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी मिल चुकी है।
इसके अलावा आयोग ने पिछले दिनों प्रवक्ता राजकीय इंटर कॉलेज और प्रवक्ता राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज के पदों पर भर्ती के लिए भी परीक्षा कराई, लेकिन अभ्यर्थियों को प्राप्तांक एवं कट ऑफ अंक का अब तक इंतजार है।

कटआफ जारी होने पर अभ्यर्थियों को होती है आसानी

अभ्यर्थी अब स्टाफ नर्स (पुरुष)-2017 (पुनर्विज्ञापित 2022) की प्रारंभिक परीक्षा के प्राप्तांक एवं कट ऑफ अंक जारी करने की मांग कर रहे हैं। प्रतियोगी छात्र का कहना है कि यूपीपीएससी इन सभी भर्ती परीक्षाओं के प्राप्तांक एवं कटऑफ अंक जारी करे। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय का कहना है कि आयोग नियमों का पालन करते हुए निर्धारित समय पर प्राप्तांक एवं कट ऑफ जारी कर दे तो अभ्यर्थियों को कोर्ट की शरण में जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।

प्राप्तांक, कटऑफ की जानकारी से बेहतर होती है तैयारी

प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि भर्ती परीक्षाओं के प्राप्तांक एवं कट ऑफ अंक की जानकारी होने से आगामी परीक्षाओं की तैयारी बेहतर ढंग से होती है। अभ्यर्थी इस आधार पर अपना मूल्यंाकन करते हैं कि परीक्षा में उन्हें कितने अंक मिले और कट ऑफ अंक में कितने पीछे रह गए। इसी आधार पर अभ्यर्थी अन्य परीक्षाओं के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार करते हैं।


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