प्रयागराज:- प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में 2003 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती के लिए तीन चरणों में आयोजित 43 विषयों के लिखित परीक्षा के प्रश्नों पर आयी आपत्तियों ने उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अफसरों और कर्मचारियों के पसीने छुड़ा दिए हैं। अभ्यर्थियों ने आयोग को 8 बोरा भरकर आपत्तियां भेजी है। जिसे छाटने में सभी स्टाफ यहां तक कि चपरासी को भी लगा दिया गया है। कई आपत्तियों के साथ के रूप में पूरी पूरी किताब भेज दी है। इसके अलावा ईमेल पर तकरीबन 4000 आपत्तियां प्राप्त हुई है। आयोग के समक्ष समस्या है कि साक्ष्य के रूप में मिले आठ बोरा सामग्री तब तक सुरक्षित रखना है। जब तक कि परिणाम घोषित करने के बाद जॉइनिंग ना हो जाए। क्योंकि किसी प्रश्न का विवाद हाई कोर्ट में जाने पर अभ्यर्थी से प्राप्त साक्ष्य प्रस्तुत करना पड़ता है।

सूत्रों के अनुसार बहुत अधिक संख्या में प्रश्नों पर आपत्तियां आने का एक बड़ा कारण यह है कि आयोग ने आपत्तियां दर्ज करने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया था। पिछली भर्ती में प्रति प्रश्न पर आपत्ति के लिए ₹500 लिए गए थे। एक और कारण अंनतिम उत्तर कुंजी में तीन बार संशोधन करना भी रहा। हालांकि आयोग ने पूरी ताकत आ रही है सोमवार को बैठक में अध्यक्ष प्रोफेसर ईश्वर शरण विश्वशर्मा ने जनवरी अंत तक आपत्तियों के निस्तारण के आदेश दिए थे। विधानसभा चुनाव को देखते हुए भर्ती प्रक्रिया तय की गई है असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा के लिए 99,068 अभ्यर्थी पंजीकृत थे।


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