UPHESC Assistant Professor Exam // सात अंको की बुकलेट ओएमआर में केवल छः बॉक्स परेशान हुए अभ्यर्थी
परीक्षा की पहली पाली में 73 और दूसरी पाली में 69 फीसदी रही उपस्थिति
प्रयागराज:- असिस्टेंट प्रोफ़ेसर भर्ती के लिए शनिवार को दूसरे चरण की लिखित परीक्षा के दौरान बुकलेट (प्रश्न पुस्तिका) संख्यया के अंकों और ओएमआर शीट में अंको को भरे जाने के लिए निर्धारित स्थान में अंतर हो जाने से व्यक्ति काफी परेशान हुए। यह विसंगति सामने आने पर अभ्यर्थियों की समस्याओं के निराकरण तो कर दिया गया, लेकिन परीक्षा के बाद भी अभ्यर्थियों में संशय बना रहा कि काफी का मूल्यांकन कैसे होगा।
बाद में उत्तर प्रदेश उचित शिक्षा सेवा आयोग UPHESC की ओर से स्पष्ट किया गया कि कोई तकनीक दिक्कत नहीं आएगी और ना ही मूल्यांकन कार्य प्रभावित होगा अशासकीय महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के 2002 पदों पर भर्ती होनी है। पहले चरण के तहत 30 अक्टूबर को 16 विषयों की परीक्षा हुई थी। और दूसरे चरण के तहत शनिवार को 18 विषयों की परीक्षा आयोजित की गई सुबह 9:00 बजे से 11:00 बजे तक प्रथम पाली में 36 केंद्रों में आठ विषयों की परीक्षा के लिए 15750 व्यक्ति पंजीकृत थे जिनमें से 11556 चप्पल (73.37 फीसदी) उपस्थित और 4194 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। वही अपराहन 2.00 बजे से 4:00 बजे तक दूसरी पाली में 38 केंद्रों में हुई 10 विषयों की परीक्षा के लिए 17135 अभ्यर्थी पंजीकृत थे जिनमें से 11837 (69 फीसदी) अभ्यर्थी उपस्थित रहे और 5298 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग प्रथम पाली की परीक्षा शुरु होते ही केंद्र में आपाधापी की स्थिति उत्पन्न हो गई। बुकलेट 7 अंको की थी जबकि OMR शीट पर बुकलेट संख्या भरने के लिए केवल 6 बॉक्स दिए गए थे। तमाम केंद्रों में अभ्यर्थी से कहा गया कि पहला अंक छोड़कर बाकी छह अंक बुकलेट में भर दे। वहीं अभ्यर्थी परेशान थे कि उनकी कापियो का मूल्यांकन कैसे होगा?
इस पर बाद में आयोग की सचिव वंदना त्रिपाठी ने कहा कि…..
दो अलग-अलग एजेंसियों को बुकलेट और ओएमआर छापने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसकी वजह से यह विसंगति उत्पन्न हो गई। इससे मूल्यांकन कार्य प्रभावित नहीं होगा। सबसे जरुरी बुकलेट सीरीज और रोल नंबर है जिसके आधार पर मूल्यांकन होता है।
-वन्दना त्रिपाठी, सचिव UPHESC