◆ बेसिक शिक्षा विभाग चाइल्ड ट्रैकिंग ।
◆आइडी के आधार पर इंटर तक की कक्षाओं में मिलेगा दाखिला
लखनऊ:/ प्रदेश में स्कूल जाने वाले हर बच्चे की अब विशिष्ट पहचान होगी । बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों की यूनीक आइडी बनाने जा रहा है , इससे बच्चों की प्रगति के साथ विद्यालय छोड़ने वालों का आसानी से पता चल सकेगा । वहीं , स्कूलों में दाखिले से लेकर उन्हें मिलने वाली विभिन्न योजनाओं में फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा । तैयारी है कि यूनीक आइडी के आधार पर ही इंटरमीडिएट तक स्कूलों में प्रवेश दिया जाए । बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित करीब ढाई लाख विद्यालय हैं ।
सरकारी , सहायताप्राप्त विद्यालयों की अपेक्षा निजी स्कूलों की संख्या काफी अधिक है । सरकारी व एडेड स्कूलों में कई योजनाएं चलने के बाद भी बच्चे पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं , सरकार हर साल छह से 14 वर्ष तक के बच्चों की खोज के लिए अभियान चलाती है । इसके अलावा सरकारी व सहायताप्राप्त विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों का दाखिला निजी स्कूलों में भी है । हकीकत में करीब सात करोड़ छात्र – छात्राएं कहां पढ़ रहे हैं स्पष्ट नहीं हो पाता । इस बीच बच्चों के अभिभावकों के खाते में यूनीफार्म , स्कूल बैग , जूता – मोजा और स्वेटर का धन भी भेजा जा रहा है और मिडडे – मील , मुफ्त पुस्तकें आदि पहले बांट रही हैं । योगी सरकार 2.0 में मुख्य सचिव दुर्गा प्रसाद मिश्र ने बच्चों के लिए चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम बनाने पर विशेष जोर दिया है , इससे उनकी प्रगति और गतिविधि यानी स्कूल छोड़ना आदि सामने आ सकेगा । तैयारी है कि स्कूल में दाखिला पाने वाले हर बच्चे की यूनीक आइडी बनाई जाए । इंटरमीडिएट तक की कक्षाओं में प्रवेश इसी आइडी के आधार पर मिलेगा ।