Site icon बेसिक शिक्षा विभाग समाचार

परिषदीय स्कूलों में ‘तिथि भोजन’ के जरिए बांट सकेंगे बच्चों संग खुशियां


परिषदीय स्कूलों में तिथि भोजन के जरिए बांट सकेंगे बच्चों संग खुशियां

शासन ने मध्याहन भोजन योजना के तहत कार्यक्रम संचालन को दी मंजूरी

लखनऊ। अगर आप किसी खास मौके पर परिषदीय स्कूलों के बच्चों को भोजन कराना चाहते हैं तो यह ‘तिथि भोजन’ कार्यक्रम के तहत संभव हो सकेगा। शासन ने मध्याहन भोजन योजना के तहत यह कार्यक्रम शुरू करने की मंजूरी दे दी है। हालांकि भोजन विद्यालय में ही तैयार करना होगा। वहीं मेन्यू भी प्रधानाध्यापक और विद्यालय समिति (एसएमसी) के सदस्य तय करेंगे।

विशेष सचिव, बेसिक शिक्षा अवधेश तिवारी के अनुसार योजना में आम जन के साथ ही कोई संस्था भी बच्चों को भोजन करा सकती है लेकिन बच्चों को भोजन के लिए विद्यालय से बाहर नहीं भेजा जाएगा ‘तिथि भोजन’ कार्यक्रम के लिए पंडाल और माइक का प्रयोग नहीं होगा और न ही प्रचार-प्रसार किया जाएगा। भोजन बनवाने के लिए अतिरिक्त रसोइये की जरूरत होगी, इसकी व्यवस्था इच्छुक व्यक्ति को खुद करनी होगी। चुनाव की आचार संहिता लागू होने पर किसी राजनीतिक पार्टी द्वारा नकदी व खाना वितरित नहीं कराया जाएगा।

खाने के लिए सर्विंग प्लेट, बर्तन व वाटर प्यूरीफायर आदि को विद्यालय विकास के लिए स्वीकार किया जा सकेगा। यदि कोई विद्यालय में जगह होने पर डाइनिंग शेड का निर्माण कराना चाहता है तो एसएमसी के माध्यम से करा सकता है । तिथि भोजन में उपलब्ध कराए गए भोजन, सहायता का विवरण जैसे डोनर का नाम, पता आदि का ब्योरा रजिस्टर में दर्ज होगा।

फास्ट फूड, तला भोजन नहीं दिया जा सकेगा:

तला हुआ भोजन यानी पूड़ी, पराठा, पकौड़ी आदि के साथ ही फास्ट फूड बर्गर, पिज्जा, मैगी आदि का वितरण नहीं होगा। मौसमी फल वितरित किए जा सकेंगे। मिठाइयां और भोजन में दूध से बने खाद्य पदार्थ पनीर, खीर व दलिया को सम्मिलित नहीं किया जाएगा।

नकदी भी दे सकेंगे : यदि कोई व्यक्ति ‘तिथि भोजन’ के लिए नकदी देना चाहे तो उसे मध्याह्न भोजन निधि/ एसएमसी के खाते में जमा कराकर भोजन की व्यवस्था की जाएगी। यदि एक ही तिथि में कई लोग भोजन कराना चाहेंगे तो प्रधान / विद्यालय प्रबंध समिति तय करेगी कि किस दिन कौन भोजन कराएगा। वहीं, जो व्यक्ति भोजन कराएगा, वह स्वयं भी वहां भोजन करेगा।

फल और मेवे बंटेंगे तो भोजन भी बनेगा : अगर फल या मेवे वितरित किए जाएंगे तो तब भी उस दिन मध्याहन भोजन बनेगा। छात्र चाहे तो भोजन विद्यालय में खाकर फल और मेवे घर ले जा सकते हैं। ‘तिथि भोजन’ में खाद्यान्न व कन्वर्जन कास्ट का उपभोग नहीं होगा। भोजन कराने वाले लोगों द्वारा वर्ग, लिंग, जाति आदि में कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।

आदरणीय शिक्षकगण आप हमारे Whatsapp Group एवं टेलीग्राम से जुड़ सकते है!     https://chat.whatsapp.com/IRUs0CxSY0d7zubM2XU1C9 टेलीग्राम:https://t.me/nipunbharat


Exit mobile version