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शिक्षिकाओं ने तबादला रुकवाने के लिए छात्राओं को बनाया बंधक, बीएसए ने रात में स्कूल का निरीक्षण किया, पुलिस की मौजूदगी में छात्राओं को मुक्त कराया


महिला शिक्षकों के बीच गुटबाजी के चलते रात में हुआ हंगामा, दोनों शिक्षिकाओं पर रिपोर्ट दर्ज

बीएसए ने रात में स्कूल का निरीक्षण किया, पुलिस की मौजूदगी में छात्राओं को मुक्त कराया

लखीमपुर खीरी/ सिकंद्राबाद। बेहजम ब्लॉक में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बृहस्पतिवार की रात को गुटबाजी के चलते हुए तबादले को रुकवाने के लिए दो शिक्षिकाओं ने छात्राओं को छत पर ले जाकर बंधक बना लिया। उन्हें दूसरी शिक्षिकाओं के खिलाफ बयान देने के लिए भड़काया। डरी-सहमी छात्राएं जब चीखने-चिल्लाने लगीं तो प्रभारी वार्डेन ललिता कुमारी ने बीएसए व जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को फोन कर सूचना दी। इसके बाद बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय व जिला समन्वयक रेनू श्रीवास्तव रात में ही विद्यालय पहुंचे और उन्हें बंधन मुक्त कराया। पुलिस ने दोनों आरोपी शिक्षिकाओं के खिलाफ बंधक बनाने समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबी) बेहजम में तैनात महिला शिक्षिका गोल्डी कटियार, मनोरमा मिश्रा और आशारानी यादव के बीच काफी समय से गुटबाजी चली आ रही थी। इस कारण कुछ माह पहले बीएसए ने तत्कालीन वार्डेन आशारानी यादव को उनके पद से हटा दिया था। उनके स्थान पर पलिया की ललिता कुमारी को प्रभारी वार्डेन बना दिया था। हालांकि इसके बाद भी गुटबाजी दूर नहीं हुई, बल्कि शिक्षिकाएं अपनी मनमर्जी मुताबिक कार्य करने लगीं।शिकायत पर बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने शिक्षिका गोल्डी कटियार का तबादला रमियाबेहड़ ब्लॉक और मनोरमा मिश्रा का तबादला पलिया ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कर दिया, जिसके आर्डर बृहस्पतिवार को जारी कर दिए गए।


यह खबर लगते ही गोल्डी और मनोरमा ने अपना तबादला रुकवाने के लिए छात्राओं को मोहरा बनाने की साजिश रच डाली, जिसके लिए बृहस्पतिवार की रात करीब आठ बजे दोनों शिक्षिकाओं ने छात्राओं को छत पर ले जाकर उन्हें बंधक बना लिया। इसके बाद छात्राओं को अपने पक्ष में बयान देने के लिए भड़काया। भयभीत छात्राएं चीखने-चिल्लाने लगीं। इसकी जानकारी होने पर प्रभारी वार्डेन ललिता कुमारी ने बीएसए व जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को फोन से सूचना दी, जिसके बाद रात करीब 10 बजे बीएसए व जिला समन्वयक विद्यालय पहुंचे। मौके पर छात्राएं दोनों शिक्षिकाओं के साथ छत पर मौजूद थीं, जिन्हें नीचे आने से दोनों शिक्षिकाएं रोक रहीं थीं। इस पर बीएसए ने नीमगांव पुलिस को सूचना देकर बुलाया, जिसके बाद महिला पुलिस की मदद से छात्राओं को बंधनमुक्त कराकर नीचे उतारा गया। करीब रात 11 बजे तक विद्यालय में हंगामा होता रहा।एसओ नीमगांव देवेंद्र कुमार गंगवार ने दो महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी छात्राओं की सुरक्षा के लिए लगाई। वहीं जिला समन्वयक रेनू श्रीवास्तव की तहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपी शिक्षिकाओं गोल्डी कटियार व मनोरमा मिश्रा के खिलाफ छात्राओं को बंधक बनाए जाने समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बेहजम में बृहस्पतिवार की रात को हुई घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बनाई गई है, जिसमें बीईओ मुख्यालय, बीईओ बेहजम, डीसी आईईडी एवं एसआरजी शामिल हैं। गठित टीम को पूरे प्रकरण की जांच कर तीन दिन में साक्ष्य सहित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा घटना की तहरीर नीमगांव थाने में देकर आरोपी शिक्षिकाओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।- डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय, बीएसए

छुट्टी देकर घर भेजी गईं केजीबी की सभी 54 छात्राएं

लखीमपुर खीरी। बेहजम स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं को बंधक बनाए जाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने सभी 54 छात्राओं को छुट्टी देते हुए उन्हें घर भेज दिया है। पूरे प्रकरण की जांच के लिए गठित टीम द्वारा रिपोर्ट दिए जाने के बाद छात्राओं को वापस बुलाकर पढ़ाई फिर से संचालित की जाएगी।
बीएसए ने बताया कि दोनों आरोपी शिक्षिकाओं का तबादला किया गया था, जिसके बाद तबादला रुकवाने के लिए शिक्षिकाओं ने इस घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि सोमवार तक जांच रिपोर्ट आ जाएगी, जिसके बाद विद्यालय को छात्राओं के लिए खोला जाएगा।


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