वित्तीय वर्ष के अंत में विभागों को नहीं लौटानी होगी धनराशि।
ट्रेजरी में नहीं आएगा बजट,अब हर योजना के लिए बैंकों में होंगे खाते।
प्रतापगढ़:- जिले में विकास कार्य कराने के लिए मिलने वाली धनराशि खर्च न होने पर वित्तीय वर्ष के अंत में अब विभागों को सरेंडर नहीं करनी होगी । न ही अब ट्रेजरी विभागों का बजट आएगा ।
विभागों का बजट अब सीधे राष्ट्रीयकृत बैंकों में खुले खातों में आएगा शासन अब ट्रेजरी को बजट देने बजाय आरबीआई को देगा । विभागों में कार्यप्रणाली के साथ ही वार्षिक बजट को आवंटित और खर्च करने का तरीका बदलने की कवायद चल रही है ।
विभागों को हर वर्ष मिलने वाला बजट अब ट्रेजरी में न देकर सीधे राष्ट्रीयकृत बैकों को भेजा जाएगा । आरबीआई को जमा धनराशि को वितरित करने की जिम्मेदारी दी जाएगी । शासन का पत्र जारी होते आरबीआई से राष्ट्रीयकृत बैंकों खुले विभागों के खातों में रुपये हस्तांतरित हो जाएंगे ।
विभाग कार्ययोजना बनाकर रुपये सदुपयोग कर सकेंगे । इससे एक फायदा यह होगा कि रुपये आरबीआई और राष्ट्रीयकृत बैंकों के पास चलन में रहेंगे ।
अभी तक ट्रेजरी में बजट आता । करोड़ों रुपये वर्षभर वहीं जमा रहते थे । शासन ने नई पहल करते सभी विभागों को योजनाओं अलग – अलग खाता राष्ट्रीयकृत बैंकों में खुलवाने के लिए कहा अब इन खातों में बजट आएगा और विभागीय अधिकारी अपने हिसाब से रुपये खर्च कर सकेंगे इससे फायदा यह होगा कि अब 31 मार्च के बाद भी विभाग रुपये खर्च कर सकेंगे ।
“जिले के सभी विभागाध्यक्षों को राष्ट्रीयकृत बैंकों में खाता खोलने के लिए कहा गया विभाग का बजट सीधे राष्ट्रीयकृत बैंकों में आएगा । विभाग के अधिकारी अपने हिसाब से रुपये खर्च कर सकेंगे।”-आरके सिंह , डीएसटीओ