शिक्षकों का तबादला हर साल बैचवार किया जाए
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने बीएसए कार्यालय पर दिया धरना
शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के मानदेय में प्रतिवर्ष हो बढ़ोत्तरी
पदोन्नति, पुरानी पेंशन बहाली को लेकर दिया धरना
सिद्धार्थनगर:- परिषदीय विद्यालय के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने मंगलवार को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले बीएसए कार्यालय परिसर में शिक्षकों का अंतरजनपदीय तबादला सहित छह सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि परिषदीय विद्यालय के शिक्षक व शिक्षिकाओं का तबादला प्रति वर्ष बैचवार किया जाना चाहिए। ऐसा करने से बिना भरांक वाले शिक्षक व शिक्षिकाओं का स्थानान्तरण हो सकेगा। महासंघ के जिलाध्यक्ष आदित्य कुमार शुक्ल ने कहा कि भारांक आवंटन की न्यायसंगत व पारदर्शी व्यवस्था के आभाव में अंतरजनपदीय स्थानान्तरण में वरिष्ठता की उपेक्षा की गई है। इससे तमाम शिक्षक तबादला की राह देखते ही रह गए।
उन्होंने कहा कि शासन के स्पष्ट निर्देश के बाद भी पदोन्नति प्रक्रिया पूरी नहीं की जा रही है। अधिकांश प्राथमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक विहीन हैं। पदोन्नति कर सभी विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विषयों के सापेक्ष सहायक अध्यापक पद पर प्रोन्नत किया जाए। उन्होंने पुरानी पेंशन बाहाली की मांग की। उन्होंने कहा कि यह कर्मचारियों का अधिकार है इसे तत्काल बहाल किया जाना चाहिए। धरना के बाद बीएसए के माध्यम से सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को ज्ञापन भेज कर समस्याओं के समाधान की मांग की। इस दौरान पंकज त्रिपाठी, शिवपाल सिंह, अभय कुमार सिंह, विजय भाष्कर, सुरेंद्र गुप्त, राकेश कुमार पांडेय, आशीष कुमार पांडेय, अरुण कुमार चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।
ये भी रहीं मांगें
- 69 हजार बैच के शिक्षकों के लिए निर्धारित ब्रिज कोर्स जल्द प्रारंभ किया जाए
- लंबे समय से कार्य कर रहे शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के मानदेय में वृद्धि की जाए। उन्हें प्रतिवर्ष मानदेय वृद्धि की सुविधा दी जाए।
- हार्ड ब्लॉक में लंबे समय से तैनात शिक्षकों का अंतरजनपदीय तबादला किया जाए। नए बने विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती की जाए।