महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने जिले के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालयों, ब्लॉक संसाधन केंद्र और बीएसए कार्यालय का किया निरीक्षण

डीएम और सीडीओ को सुधारात्मक कार्यवाही करने के लिए लिखा

हरदोई: निपुण भारत मिशन के लिए केन्द्र और राज्य सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी कुछ ऐसे भी शिक्षक है, जिन्हें निपुण लक्ष्य क्या है, इसका पता नहीं । महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय करन आनंद के निरीक्षण में जब इस सच्चाई का खुलासा हुआ तो लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली। महानिदेशक के सामने जो कमियां आई थी, उन्होंने उन्हें दूर करने के लिए डीएम और सीडीओ को सुधारात्मक कार्यवाही करने के लिए लिखा है।

बताते चलें कि 11 मई को महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय करन आनंद ने जिले के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालयों, ब्लाक संसाधन केंद्र और बीएसए कार्यालय का निरीक्षण किया था। उनके और उनकी टीम ने जो निरीक्षण किया, उसमें तमाम कमियां सामने आई। सबसे बड़ी कमी पिहानी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय भेंटुआ में नजर आई। वैसे तो विद्यालयों में गंदगी, टूटी हुई बाउंड्री, पाठ्य- पुस्तकों की कमी और भी तमाम कमियां तो रहीं, लेकिन उस विद्यालय के शिक्षकों को निपुण लक्ष्य क्या हैं ? इस बारे में कुछ भी नहीं पता था। हरियावां ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय दूल्हापुर में ऑपरेशन कायाकल्प और 20 पैरामीटर पूरे नहीं मिले। इसके लिए उन्होंने वहां के बीईओ को जिम्मेदार माना । महानिदेशक ने सण्डीला ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय तिलोंइया कला में भी गड़बड़ी पकड़ी, जबकि उसी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय जलालपुर में सब कुछ सही पाया, लेकिन वहीं के राजकीय इंटर कालेज बेगमगंज और राजकीय बालिका इंटर कालेज सण्डीला में कमियां पकड़ी। ब्लाक संसाधन केंद्र सण्डीला को भी देखा था । इसके अलावा महानिदेशक ने हरियावां ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर, प्राथमिक विद्यालय हरसिंहपुर और पिहानी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय भेंटुआ और ऐंठापुर का निरीक्षण और वहां जो कमियां मिलीं, उन्हें दूर करने की जिम्मेदारी डीएम और सीडीओ को सौंपते हुए कहा है कि जो कमियां मिलीं, उन्हें देखें और सुधारात्मक कार्यवाही करें।


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