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शिक्षक भर्ती पर्चा आउट मामला : पेपर लीक मामले में प्रधानाचार्य और दो शिक्षक निलंबित


शिक्षक भर्ती पर्चा आउट मामला : पेपर लीक मामले में प्रधानाचार्य और दो शिक्षक निलंबित

प्रयागराज: सहायक अध्यापक और प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा 2021 में बेटी को नकल कराने के लिए पेपर आउट करने के आरोपी डॉ. केएन काटजू इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य रामनयन द्ववेवदी और उनके दो सहयोगी आरोपियों प्रवक्ता रसायन विज्ञान और उप प्रधानाचार्य आकाश खरे और डॉ. अशोक कुमार तिवारी सहायक अध्यापक विज्ञान को निलंबित कर दिया गया है। सोमवार को एसटीएफ की रिपोर्ट पर जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने कॉलेज के प्रबंध समिति के अध्यक्ष एसपी शर्मा को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा। इस पर प्रबंध समिति के अध्यक्ष ने तीनों को निलंबित कर दिया।बता दें कि वित्तीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल सहायक अध्यापक/प्रधानाध्यापक  चयन परीक्षा का पेपर आउट कराने में डॉ. केएन काटजू इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राम नयन द्विवेदी को एसटीएफ ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया था। उनके साथ कॉलेज के अध्यापक अशोक तिवारी को भी पकड़ा गया है। जबकि वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे समेत चार लोगों को इसी मामले में नामजद किया गया है। उनकी तलाश की जा रही है। प्रधानाचार्य ने अपनी बेटी को नकल कराने के लिए व्हाट्सएप से पेपर आउट किया था। रविवार को शिक्षक चयन परीक्षा में पेपर आउट होने की आशंका को देखते हुए एसटीएफ को लगाया गया था। सर्विलांस से पता चला कि डॉ. केएन काटजू के प्रधानाचार्य राम नयन द्विवेदी ने अपने व्हाट्सएप से पेपर आउट कराया है। एसटीएफ और मजिस्ट्रेट तुरंत काटजू कॉलेज पहुंच गए। प्रधानाचार्य राम नयन द्विवेदी और साथ में मौजूद अध्यापक अशोक तिवारी के व्हाट्सएप चेक किए गए।

दस बजे से शुरू होना था पेपर, 9.37 पर खोल दिया पर्चा

अशोक तिवारी के व्हाटसएप में में पेपर नौ बजकर 37 मिनट पर सेंड किया गया था। जबकि परीक्षा 10 बजे से होनी थी। दोनों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि प्रधानाचार्य राम नयन द्विवेदी की बेटी आकांक्षा द्विवेदी भी यह परीक्षा दे रही है। उसका सेंटर भारत स्काउट गाइड इंटर कॉलेज में था। राम नयन ने व्हाट्सएप के जरिए अपनी बेटी के लिए पेपर आउट किया था। उनके कहने पर ही अध्यापक अशोक तिवारी ने व्हाट्सएप से कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे तथा प्रिंसिपल के बेटे अनुग्रह द्विवेदी को पेपर भेजा था।आकाश और अनुग्रह ने साल्वर वीरेंद्र कुमार से पेपर साल्व कराया था। एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु सिंह ने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि आकांक्षा द्विवेदी तक साल्व पेपर पहुंचा कि नहीं। फिलहाल इस मामले में वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे, प्रिंसिपल के बेटे अनुग्रह द्विवेदी, बेटी आकांक्षा द्विवेदी और साल्वर वीरेंद्र कुमार को भी नामजद कर उनकी तलाश की जा रही है। 

प्रधानाचार्य ने खुद खींची थी पेपर की फोटो, कन्वर्सेशन किया डिलीट

पेपर आउट होने की सूचना पर सूचना पर एसटीएफ की टीम मजिस्ट्रेट और सेंटर आब्जर्वर के साथ पहुंची तो सबसे पहले प्रिंसिपल राम नयन और अध्यापक अशोक तिवारी के मोबाइल चेक किए गए। प्रिंसिपल ने अपने व्हाट्सएप से कन्वर्सेशन डिलीट कर दिया था। एसटीएफ ने तुरंत रिकवरी एप से पेपर के फोटो ढूंढ निकाले। बाद में मोबाइल की गैलरी से भी फोटो मिल गई थी। 

पकड़े गए आरोपी

1-राम नयन द्विवेदी (प्रधानाचार्य), प्रीतम नगर धूमनगंज

2-अशोक तिवारी (अध्यापक), प्रीतम नगर, धूमनगंज

फरार आरोपी

1-आकाश खरे (वाइस प्रिंसिपल), 

2-अनुग्रह सिंह (प्रिंसिपल का बेटा), प्रीतम नगर, धूमनगंज

3-आंकाक्षा द्विवेदी (प्रिंसिपल की बेटी), प्रीतम नगर, धूमनगंज

4-वीरेंद्र कुमार (साल्वर)


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