फर्जी प्रमाणपत्र से नौकरी कर रही शिक्षिका बर्खास्त
शिकायत पर विभाग के दोबारा सत्यापन कराने पर खुल राज
बाराबंकी : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र के जरिए एक युवती ने नौकरी हासिल कर ली। शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन पर भी उसमें रिपोर्ट सत्यापित की मिली और पिछले 14 सालों से यह युवती वेतन भी पाती रही। एक के पुनः सत्यापन में सभी पुष्ट हुए। बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने संबंधित शिक्षिका श्रीमती श्री रानी को बर्खास्त कर दिया है। साथ ही बीईओ हैदरगढ़ रमेश चंद्रा को संबंधित के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए है।
शिकायत पर शैक्षिक प्रमाणपत्रों विभाग के दोबारा श्रीरानी की ओर से नौकरी सत्यापन करवाने के लिए लगाए शैक्षिक शैक्षिक प्रमाणपत्र फर्जी होना से प्रमाणपत्र किसी दूसरे के स्थान पर बीएसए के अनुसार साल 2009 में विभाग में रिक्त स्थानों के लिए आवेदन मांगे। इसमें एक अभ्यर्थी के तौर पर श्रीमती श्रीरानी का चयन हुआ और इनकी तैनाती हैदरगढ़ के प्राथमिक विद्यालय हैदरलाई रानीपुर में कर दी गई। इनके शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन में पुष्टि हुई और उनका वेतन जारी कर दिया गया। इसके बाद से वह लगातार वेतन ले रहीं थीं। – कुछ माह पहले ही एक शिकायत मिली कि श्रीमती है। ऐसे में उनके विभाग में लगाए गए शैक्षिक प्रमाणपत्रों को पुनः सत्यापन के लिए भेजा गया। विभाग के अफसर हैरत में थे कि शिक्षिका के सभी शैक्षिक प्रमाणपत्र फर्जी बता दिए गए। मामले में शिक्षिका से जवाब-तलब किया गया तो वो बीएसए के समक्ष पेश होने से बचती रहीं। गुरुवार को बीएसए ने यह कार्रवाई कर दी है।