मातृभाषा में पढ़ाई से निखरेंगी प्रतिभाएं: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति राष्ट्रपति ने स्कूली शिक्षा में विशिष्ट योगदान के लिए देशभर के चयनित 46 शिक्षकों को किया सम्मानित

नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सामाजिक विज्ञान की पढ़ाई मातृभाषा कहा है कि यदि विज्ञान , साहित्य और में कराई जाए तो इन क्षेत्रों में प्रतिभाएं और निखर कर सामने आएंगी । यह बात उन्होंने शिक्षक दिवस पर देशभर के शिक्षकों को सम्मानित करने के अवसर पर कही । उन्होंने समारोह में अपने स्कूली शिक्षकों के योगदान को भी याद किया , जिनकी वजह से वह कॉलेज जाने वाली अपने गांव की पहली लड़की बनीं । उन्होंने कहा कि जीवन में जो कुछ भी अर्जित किया है उसके लिए वह सदैव अपने शिक्षकों की ऋणी अनुभव करती हैं ।

उन्होंने स्कूली शिक्षा में विशिष्ट योगदान के लिए 46 शिक्षकों को सम्मानित किया । उन्होंने कहा कि विज्ञान अनुसंधान और नवाचार आज की ज्ञान अर्थव्यवस्था में विकास का आधार हैं । उन्होंने कहा कि उनके दृष्टिकोण से विज्ञान साहित्य या सामाजिक विज्ञान में मौलिक प्रतिभा का विकास मातृभाषा के माध्यम से अधिक प्रभावी हो सकता है । ये हमारी माताएं ही हैं जो हमें हमारे प्रारंभिक जीवन में जीने की कला सिखाती हैं । मातृभाषा प्राकृतिक प्रतिभा के विकास में सहायक होती है । उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्कूली शिक्षा और उच्चशिक्षा के लिए भारतीय भाषाओं के उपयोग पर जोर दिया ।


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