आठ स्कूलों में औचक निरीक्षण, 23 अनुपस्थित शिक्षकों का रोका वेतन
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बीईओ और जिला समन्वयकों ने किया निरीक्षण
तेजीपुरा में हैंडवाश की हालत खराब होने पर जताई नाराजगी
ज्ञानपुर। शासन-प्रशासन की सख्ती के बाद भी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बेहतर नहीं हो रही है। बुधवार और बृहस्पतिवार को बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी भदोही और डीसी निर्माण ने आठ विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें 23 शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक अनुपस्थित मिले। सभी का एक दिन का वेतन और मानदेय रोका गया सभी से स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया।
जिले प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय में चार हजार से अधिक शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक तैनात हैं। अधिकतर शिक्षक बेहतर पठन-पाठन और शैक्षिक माहौल बनाकर प्रशंसा के पात्र बन रहे, लेकिन कई शिक्षक दिशा-निर्देशों के प्रति गंभीर नहीं है। अधिकारियों के बार-बार हिदायत देने के बाद भी उनकी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं आ रहा है। एक और दो मार्च को अधिकारियों ने प्राथमिक विद्यालय कंधिया, गंभीरसिंहपुर, अशोगापुर, चकवां, वीरमपुर, माधोरामपुर, बहरी, विष्णुपुर और कंपोजिट विद्यालय हरिचंदनपुर का निरीक्षण किया। कहीं बिना सूचना के शिक्षक गायब मिले तो कहीं समय से पहले ही विद्यालय बंद मिला। जिसको लेकर बीएसए ने कड़ी नाराजगी जताई। अनुपस्थित मिलने पर हरिचंदनपुर में सात शिक्षक बहरी में दो, जद्दूपुर में दो, गंभीरसिंहपुर में चार, कंधिया में दो, अशोगापुर में दो जबकि विष्णुपुर, वीरमपुर, चकवां में एक-एक शिक्षक-शिक्षामित्र और अनुदेशक का वेतन, मानदेय रोका गया। इसी तरह बीएसए ने प्राथमकि विद्यालय तेजीपुरा का निरीक्षण किया।