रोचक उदाहरण, कहानी और गतिविधियों से जल्दी सीखते बच्चे

सीबीएसई की ओर से आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर सम्मेलन

लखनऊ। नर्सरी से लेकर कक्षा तीन के बच्चे रोचक कहानी व विभिन्न गतिविधियों से जल्दी सीखते हैं। कक्षा में पढ़ाते समय घर व स्कूल में मौजूद चीज के उदाहरण देकर बताएं। किताब पढ़ाने के दौरान बच्चों को आसपास मौजूद और वास्तविक जीवन से जुड़ी चीजों के उदाहरण देकर समझायें। कक्षा का माहौल अच्छा होने पर बच्चे जल्दी व अच्छे चीजें समझेंगे और सीखेंगे। यह बातें शैक्षिक सलाहकार मोनिका कक्कड़ ने बुधवार को सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स की ओर से इंदिरानगर में आयोजित आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर सम्मेलन में कहीं।

सीबीएसई के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. जावेद आलम खान ने बताया कि साक्षरता और संख्यात्मकता का मतलब कक्षा तीन के बच्चों को पढ़ने, लिखने और गणित में कौशल बनाना। सीबीएसई की ओर से आयोजित सम्मेलन में एलयू की प्रो. निशी पाण्डेय, डॉ अमृता दास, प्रो. एसजेडएच जैदी ने मूलभूत साक्षरता, राष्ट्रीय शिक्षा नीति और जी-20 पर के बारे में अनुभव साझा किये। छात्रों के बीच बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता को बढ़ावा देने वाली पहल की गई। सहोदय कोर कमेटी की सदस्य रिचा खन्ना ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति, मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता और जी 20 के विभिन्न पहलू बताएं।

सवालों के जवाब दिये

रिचा खन्ना ने बताया कि प्रतिभागियों के लिए क्रीम ऑफ क्रॉप जी 20 पर प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता आयोजित की गई। विशेषज्ञों प्रतिभागयों के सवालों के जवाब दिये। समारोह के मुख्य अतिथि सीबीएसई के रीजनल आफीसर ललित कुमार कपिल मुख्य अतिथि तथा अंडर सेकेट्री अनुराग कुमार सिंह रहे। इस मौके पर डॉ. अरविन्द मोहन, डॉ. प्रेरणा मित्रा, पूनम गौतम, अनुपमा शुक्ला, डॉ रूपाली पटेल व अवनि कमल मौजूद समेत शिक्षक, अभिभावक और छात्रों समेत 500 लोग शामिल हुए।


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