बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग

बजट के अभाव में 59 हजार छात्रों को नहीं मिल सकी यूनिफॉर्म


बजट के अभाव में 59 हजार छात्रों को नहीं मिल सकी यूनिफॉर्म

448 एडेड स्कूलों में अध्ययनरत हैं छात्र, ठंड में न जूते-मोजे मिले और न ही स्वेटर

नियमों का हवाला देते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने समाज कल्याण के इन स्कूलों को सुविधा देने से किया इनकार

दीक्षा कोर्स-01 से 41 तक की Links जारी, Join करे!

लखनऊ। समाज कल्याण विभाग के 448 अनुदानित (एडेड) विद्यालयों में पढ़ रहे 59 हजार बच्चों को बजट के अभाव में अभी तक यूनिफॉर्म नहीं मिल सकी है। ठंड पड़ने लगी है लेकिन, न तो वे जूते-मोजे पा सके हैं और न ही स्वेटर । बेसिक शिक्षा विभाग के हाथ खड़ा कर देने से यह स्थिति पैदा हुई है।

इन स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इन छात्रों को यूनिफॉर्म मुहैया कराई जाती थी। कुछ समय पहले बेसिक शिक्षा विभाग ने पत्र लिखा है कि ये स्कूल राज्य फंड से संचालित हैं, जबकि उनके यहां के स्कूलों को सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के तहत संचालित किया जाता है। एसएसए में केंद्र सरकार का शेयर रहता है। नियमानुसार केंद्र के फंड से एडेड स्कूलों के लिए यह सुविधा नहीं दी जा सकती। इसलिए स्टेट फंड से चलने वाले समाज कल्याण विभाग के स्कूलों को यह सुविधा उनके स्तर से जारी नहीं रह सकती है।

समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित स्कूलों के विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म आदि दिए जाने के लिए बजट की व्यवस्था के लिए वित्त विभाग को फाइल भेजी गई है। शीघ्र ही स्वीकृति मिल जाएगी और यूनिफॉर्म का इंतजाम होगा।” -असीम अरुण, समाज कल्याण मंत्री

बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को यूनिफॉर्म और स्टेशनरी मद में 1200 रुपये प्रति वर्ष दिए जाते हैं। इसमें दो यूनिफॉर्म के लिए 600 रुपये, स्कूल बैग के लिए 175 रुपये, जूते-मोजों के लिए 125 रुपये, स्वेटर के लिए 200 रुपये और स्टेशनरी के लिए 100 रुपये दिए जाते हैं। समाज कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस मद में बजट के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

आदरणीय शिक्षकगण आप हमारे Whatsapp Group एवं टेलीग्राम से जुड़ सकते है!     https://chat.whatsapp.com/IRUs0CxSY0d7zubM2XU1C9 टेलीग्राम:https://t.me/nipunbharat


Related Articles

Leave a Reply

Back to top button