कहा, सहमति के आधार पर ही लगाई जाए ड्यूटी
लखनऊ। परिषदीय उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में बुधवार से समर कैंप शुरू होंगे। वहीं शिक्षामित्रों ने सिर्फ उनकी ही ड्यूटी लगाए जाने का विरोध करते करते हुए इसके बहिष्कार की चेतावनी दी है।
विभाग की ओर से 21 मई से 10 जून तक समर कैंप का आयोजन किया जाना है। इसके लिए जारी निर्देश में सुबह 7 से 10 बजे तक कैंप का आयोजन करने को कहा गया है। समर कैंप में बच्चों को मौसमी फल, खीरा, ग्लूकोज बिस्किट, मूंगफली दाना वाली नमकीन की व्यवस्था के लिए भी निदेशालय ने बजट स्वीकृत किया है। जबकि मिड डे मील पहले की तरह दिया जाएगा। समर कैंप में शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की ड्यूटी लगाई गई है, जबकि नियमित शिक्षक स्वेच्छा से इसमें शामिल हो सकते हैं।
वहीं उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को पत्र भेजकर कहा है कि शिक्षामित्रों को साल में एक बार ही छुट्टी मिलती है। भीषण गर्मी को देखते हुए जुलाई में समर कैंप का आयोजन किया जाए। जिन विद्यालयों में कैंप होना है, वहां की व्यवस्था के लिए प्रधानाध्यापक का होना सुनिश्चित किया जाए। शिक्षामित्रों की ड्यूटी अनिवार्य न करके स्वैच्छिक की जाए। ऐसा न करने पर वे कैंप का बहिष्कार करेंगे। वहीं उप्र जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी ने गर्मी में समर कैंप के आयोजन को अव्यवहारिक आदेश बताया है।