बेसिक शिक्षा: जिले में दो फर्जी महिला शिक्षकों की सेवा समाप्त, दूसरे के नाम पर कर रही थी नौकरी, वेतन की होगी वसूली
बस्ती:- बस्ती जिले के दो फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। दोनों महिला शिक्षक दूसरे के नाम और प्रमाण पत्र पर नौकरी करते पकड़ी गई हैं। इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वेतन की वसूली के भी आदेश दिए हैं।
गोरखपुर की प्रेमलता सिंह के नाम पर बस्ती में 25 साल से नौकरी कर रही दूसरी महिला
बर्खास्त की गई प्रेमलता सिंह गौर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय महुआ डाबर में बतौर प्रधानाध्यापक कार्यरत थीं। असली प्रेमलता सिंह गोरखपुर जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालय भितहा, कौड़ीराम में कार्यरत हैं। जिनकी शिकायत पर कराई गई जांच में यह मामला सामने आया। इनके शैक्षणिक अभिलेख एवं पैन कार्ड का दुरुपयोग करते हुए जनपद बस्ती में फर्जी महिला बेसिक शिक्षा विभाग में तीन दिसंबर वर्ष 1997 में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त हुई थी। तब से वो नौकरी करते हुए वेतन प्राप्त कर रही थी। इस तरह वो 25 साल से शिक्षक बनकर विभाग को चूना लगाती रही।
28 साल से मऊ की अनीता सिंह के नाम पर नौकरी कर रही थी फर्जी शिक्षिका
दूसरी बर्खास्त की गई महिला शिक्षक अनीता सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय दसिया, सलटौवा में कार्यरत थीं । खंड शिक्षा अधिकारी की शिकातय पर इनकी जांच हुई तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया। पैरोल माड्यूल पर इनका डाटा अपलोड करते पकड़ में आया था कि इसी पैन नंबर पर जनपद मऊ में अनीता सिंह नाम की एक अध्यापिका ख्वाजा जहांपुर नगर क्षेत्र जनपद मऊ में कार्यरत हैं। प्रकरण में जांच की शुरू हुई। हाई स्कूल अंकपत्र के सत्यापन में अंकित पते पर सत्यापन उपरांत यह प्रकाश में आया की वास्तविक अनीता सिंह जनपद मऊ में कार्यरत हैं। बस्ती में कार्यरत फर्जी अनीता सिंह सहायक अध्यापिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय दसिया की सेवाएं समाप्त करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उनके विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने एवं वेतन वसूली करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिले में इनकी नियुक्ति 13 नवंबर 1994 में हुई थी।
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