दिल्ली में सोमवार से स्कूल और सरकारी दफ्तर बन्द, सीएम केजरीवाल बोले- हालात बिगड़े तो सिर्फ लॉकडाउन ही विकल्प

निष्ठा FLN 3.0 प्रशिक्षण Module-03 & 04 की लिंक 

निष्ठा मॉड्यूल-03 की आकलन प्रश्रोत्तरी का हल कुल-40 प्रश्न  

निष्ठा Module-04 की गतिविधि के प्रश्नों का हल  

निष्ठा मॉड्यूल-04 की आकलन प्रश्नोत्तरी का हल 40 प्रश्नों के उत्तर

राजधानी दिल्ली प्रदूषण की गिरफ्त में:

नई दिल्ली- एनसीआर की बिगड़ी आबोहवा में सुधार के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। शनिवार को दिल्ली की हवा और अधिक जहरीली हो गई है। वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है।

इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आज आपात बैठक बुलाई। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और दिल्ली के मुख्य सचिव बैठक में शामिल हुए। बैठक के बाद फैसला लिया गया कि सोमवार से एक सप्ताह के लिए स्कूल बंद रहेंगे। सिर्फ वर्चुअल क्लास चलेगी।

सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि बच्चों के स्कूल को बंद करने का कारण यही है कि वह कम से कम दूषित हवा के संपर्क में आए। वायु प्रदूषण के बचकर रहें। दिनाँक 14 से 17 नवंबर 2021 तक कंट्रक्शन का कार्य बंद किया जाएगा। सरकारी दफ्तरों का कार्य वर्क फ्रॉम होम से किया जाए रहा है तो दफ्तर बंद रहेंगे। केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम दिल्ली में लॉकडाउन के बारे में विचार कर रहे हैं हम एक प्रस्ताव बना रहे हैं कि प्रदूषण से निपटने के लिए क्या करना है। सभी को विश्वास में लेकर हम सुप्रीम कोर्ट को इसकी जानकारी देंगे हालांकि अभी लॉकडाउन का फैसला नहीं लिया गया है। फिलहाल हालात पर नजर बनाए रखी जा रही है। हम सब ने बड़ी मुसीबतों का सामना किया है यह सब की सेहत का सवाल है। मुझे पूरी उम्मीद है जो कठोर कदम हम उठा रहे हैं। उसे दिल्ली के लोग समझेंगे और इस बात को मान लेंगे कि यह अत्यंत आवश्यक है।

लालकिला-जामा मस्जिद धुन्ध से सराबोर:-

शनिवार को दिल्ली की हवा का औसत एक्यूआई (AQI) स्तर 500 से अधिक दर्ज किया गया। जो गंभीर श्रेणी में आता है। दिल्ली की ऐतिहासिक स्मारक लाल किला और जामा मस्जिद धुंध से सराबोर हो गए। सीपीसीबी ने प्रदूषण से बचने के उपायों को लेकर जानकारी भी साझा की। जिन लोगों को खाँसने,नाक बहने या फिर छाती में दर्द या भारीपन इत्यादि की समस्या हो रही है। तो उन्हें तत्काल चिकित्सीय परामर्श के साथ घर में ही आराम करने की सलाह दी है।

सुप्रीम कोर्ट ने तरकीब निकालने को कहा:-

देश की सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को इसी मुद्दे पर दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा है। चीफ जस्टिस N.V रमन्ना ने कहा है कि ऐसी स्थिति में तो लगता है कि घर में ही मास्क पहनकर बैठना होगा। कोर्ट ने केंद्र सरकार को वायु प्रदूषण से निपटने की तरकीब निकालने को कहा है।


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