दबंग शिक्षक के समर्थन में उतरे स्कूल के छात्र व ग्रामीण, देर रात तक दिया धरना
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मैनपुरी:- कम्पोपोजिट विद्यालय में शिक्षक राजेश यादव के समर्थन में ग्रामीणों और स्कूली बच्चे देर रात तक स्कूल में ही धरना देते रहे। मामले की जानकारी पाकर एसडीएम घिरोर व तहसीलदार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। एसडीएम के समझाने पर भी बच्चे और ग्रामीण घर जाने के लिए तैयार नहीं हुए तो एडीएम सीओ भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। पुलिस ने शिक्षक को जबरन ले जाने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों ने उत्तेजित होकर भारी विरोध जताया।
सोमवार को सुबह 11:00 बजे से शुरू हुए हाईवोल्टेज ड्रामे का अंत रात 10:30 तक नहीं हो सका कम्पोजिट स्कूल में तैनात शिक्षक राजेश यादव और दूसरे शिक्षकों के बीच चल रही तनातनी इस कदर तूल पकड़ जाएगी इसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी। बीएसए से हुई अभद्रता के बाद शिक्षक राजेश यादव और स्कूल के 30 से 40 बच्चे स्कूल के अंदर बने एक कक्ष में कैद हो गए। इस कक्ष में लगे लोहे के चैनल में ताले लगा दिए गए। जानकारी पाकर तहसीलदार अरुण कुमार के साथ एसडीएम मानसिंह पुंडीर पहुंचे और घंटों ग्रामीणों और बच्चों को समझाने की कोशिश की गई। लेकिन बात नहीं बनी इसके बाद एडीएम रामजी मिश्रा सीओ कुरावली सीओ सिटी तथा अन्य पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए।
जबरन ले जाने पर उत्तेजित हो गए ग्रामीण:-
बातचीत के दौरान शिक्षक मौके पर ही अपना ट्रांसफर बर्खास्तगी या फिर निलंबन का आदेश मांग रहा था। एडीएम ने बीएसए से बात की और खंड शिक्षा अधिकारी से शिक्षक के ट्रांसफर का लेटर मंगा लिया। शिक्षक को अग्रिम आदेशों तक ग्राम बम्होरी के स्कूल में जाने के लिए कहा गया लेकिन जब आदेश पहुंचा तो शिक्षक ने आदेश लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे जबरन ले जाने की कोशिश की तो बच्चों और ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया।
8 शिक्षक भोगांव में हो चुके हैं सस्पेंड:-
जनपद के परिषदीय विद्यालय में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। कुछ महीने पहले भोगांव के पपरिषदीय स्कूल में शिक्षकों के दो गुटों में भिड़ंत हुई थी। इसके बाद डीएम के निर्देश पर भी ऐसे कमल सिंह ने स्कूल के सभी 8 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया था। यह शिक्षक अभी भी सस्पेंड चल रहे हैं और इनकी विभागीय जांच हो रही है।