लखनऊ:- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती अब चरणबद्ध ढंग से होंगी। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के 50 हजार पद खाली हैं। इनमें 20 हजार पदों पर भर्तियां छह महीने के अंदर की जाएंगी और बाकी बचे 30 हजार पदों को एक साल के अंदर भरा जाएगा। बाल विकास व पुष्टाहार विभाग ने अपनी पांच सालों की कार्ययोजना में तय किया है कि अब इन भर्तियों को एक साथ न कर के, दो चरणों में किया जाएगा। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं की 2011 यानी बीते 11 सालों से भर्तियां नहीं हुई हैं लेकिन अब भर्ती का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा।

नहीं हो पाई भर्ती

जनवरी, 2021 में विभाग ने 50 हजार पदों को भरने के लिए आदेश जारी किया और जिलावार भर्ती करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए विभागीय पोर्टल से आवेदन लिया जा रहा था लेकिन इसमें आर्थिक रूप से पिछड़ों को आरक्षण नहीं दिया जा रहा था। पोर्टल में ऐसा कोई कॉलम नहीं था, न ही अभ्यर्थी इस पर अपना प्रमाणपत्र अपलोड कर पा रहे थे। इसके चलते एक दर्जन से ज्यादा जिलों के डीएम ने हाथ खड़े कर दिए और शासन से परामर्श मांगा। शासन ने इसमें न तो कोई स्पष्टीकरण जारी किया और न ही पोर्टल पर इससे संबंधित कोई संशोधन किया। लिहाजा न तो भर्तियां हुईं और न ही भर्तियां स्थगित करने का कोई आदेश जारी हुआ। विभाग की वेबसाइट पर अब भी वह लिंक मौजूद है, जिससे आवेदन किया जा सकता है लेकिन अब इसे नए सिरे से करने की योजना है।

सरकार ने बढ़ा दिया है मानदेय

राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाया है। वहीं परफार्मेंस लिंक्ड बोनस और कोरोना काल में काम करने के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी है। इससे पहले आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय 5500 रुपये था। राज्य व केन्द्र सरकार का परफार्मेंस लिंक्ड बोनस 2000 रुपये और राज्य सरकार द्वारा 500 रुपये बढ़ाए गए जिससे कुल मिलाकर मानदेय अब 8000 रुपए हो गया है। वहीं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानेदय अब 4250 की जगह 6500 रुपये और सहायिकाओं का 2750 की जगह 4000 रुपये किया गया है। इसके अलावा कोरोना काल के दौरान अच्छा काम करने पर कार्यकत्रियों को 12000 रुपये एकमुश्त और सहायिकाओं को 6000 रुपये एकमुश्त दिया गया।


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