मिड-डे-मील की गुणवत्ता पर सवाल उठाना ‘जुर्म’

लखनऊ:- आम आदमी पार्टी (आप) के यूपी प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कानपुर के सरसी गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में घटिया मिड डे मील खाने से बीमार हुए 51 छात्र-छात्राओं और मुजफ्फरनगर में बेटियों के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।

उन्होंने कहा है कि मिड डे मील के नाम पर बच्चों की थाली में कभी नमक रोटी परोसी जाती है तो कभी खाने में छिपकली निकलती है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। उल्टा मिड-डे-मील की गुणवत्ता पर सवाल उठाने को जुर्म समझा जाता है। सवाल उठाने पर यहां सजा मिलती है आखिर मासूम बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है। उन्होंने इस घटना के साथ-साथ मुजफ्फरनगर में परीक्षा दिलाने के नाम पर 17 बेटियों को नशीला पदार्थ खिलाकर की गई छेड़खानी के मामले पर भी सरकार को घेरा। मंगलवार को इन दोनों ही घटनाओं को लेकर उन्होंने ट्वीट किया और सरकार से उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।


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