#Promotion // 50 हजार शिक्षकों को पदोन्नति का तोहफा जल्द, सूबे में करीब 5 साल बाद शिक्षकों की होगी पदोन्नति, पांच वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षको को मिलेगा पदोन्नति का लाभ
माह दिसम्बर की निष्ठा FLN 3.0 Module-05 & 06 की लिंक, एक क्लिक में Join करे
निष्ठा FLN (3.0) मॉड्यूल- 05 “UP_विद्या प्रवेश एवं बालवाटिका की समझ” की हल प्रश्नोत्तरी
निष्ठा FLN (3.0) मॉड्यूल- 06 “UP_बुनियादी भाषा और साक्षरता” की हल प्रश्नोत्तरी
लखनऊ:- बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक शिक्षकों को खुश करने वाली खबर है करीब 5 वर्ष बाल शिक्षकों को पदोन्नत करने की तैयारी है इसमें उन्ही शिक्षकों को लाभ मिल सकेगा जिन्होंने सेवा के 5 साल पूरे कर लिए हैं। विभाग में ऐसे शिक्षकों की संख्या लगभग 50 हजार के पार है। जिलों में प्रक्रिया चल रही है विभाग नए साल के आसपास पदोन्नति का ऐलान कर सकता है।
परिषद के डेढ़ लाख से अधिक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब चार लाख से अधिक शिक्षक कार्यरत है। प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक को पदोन्नत होने पर प्राथमिक स्कूल में प्रधानाध्यापक या उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक बनाया जाता है। वही प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक व उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक की पदोन्नति उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पद पर होती है। पदोन्नति प्रक्रिया उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली 1981 अद्यतन संशोधन के अनुसार शिक्षक की 5 वर्ष की सेवा पूरी होने पर होती है।
परिषदीय विद्यालयों में 2016 के बाद से शिक्षकों की नही हुई पदोन्नति:-
परिषदीय विद्यालयों में 2016 के बाद से शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हुई है। शिक्षक इसकी निरंतर मांग करते आ रहे हैं। यही नहीं बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी कई बार शिक्षकों को पदोन्नत करने का विभागीय अफसरों को निर्देश दे चुके हैं। दीपावली बाद जिलों में यह प्रक्रिया शुरू हुई है ज्ञात हो कि शिक्षकों का पद जिला स्तर का ही होता है अफसरों के अनुसार करीब 40 हाजर शिक्षकों को उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक या प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक बनने का अवसर मिलेगा। वहीं 8 हजार शिक्षकों को उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक बनाने की तैयारी है।
सपा शासन में तैनाती पाने वाले होंगे पदोन्नत:-
पदोन्नति पाने वालों में उन शिक्षकों की संख्या अधिक है जिन्होंने सपा सरकार में नियुक्ति मिली थी। मसलन 72825 शिक्षक भर्ती उर्दू शिक्षक भर्ती विशिष्ट बीटीसी आदि। परिषदीय विद्यालयों में 2016 में शिक्षकों की पदोन्नति में सेवाकाल में छूट दी गई थी उस समय 3 वर्ष की सेवा वालों को पदोन्नति का लाभ मिला था इस बार 5 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों की संख्या लगभग 50 हजार के आसपास है इसलिए सेवाकाल में छूट की उम्मीद नहीं है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रकरण कोर्ट में:-
परिषदीय प्राथमिक शिक्षकों की आसानी से पदोन्नत हो सकेगी जबकि उच्च प्राथमिक के शिक्षकों को पदोन्नति के प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है उच्च प्राथमिक में प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति के लिए कुछ शिक्षक टीईटी उत्तीर्ण करने की मांग कर रहे हैं इसके अलावा अन्य प्रकरण भी हैं विभाग उनको खंगाल रहा है।