पद खाली फिर भी सालों से पदोन्नति का इंतजार
लखनऊ। मुख्यमंत्री ने हाल में बैठक कर सभी विभागों को 30 सितंबर तक पदोन्नति प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। इससे पहले भी कार्मिक विभाग ने जुलाई में शासनादेश जारी कर 30 सितंबर तक पदोन्नति प्रक्रिया पूरी करने को कहा। किंतु बेसिक शिक्षा विभाग में पद खाली होने के बाद भी समूह ख के अधिकारी सालों से पदोन्नति के इंतजार में हैं।
जानकारी के अनुसार प्रांतीय सामान्य शिक्षा सेवा संवर्ग (समूह-ख) के वर्ष 2012 में अधिकारियों, 2014 में तैनाती के लगभग नौ साल सेवा में पूरे हो चुके हैं। इनकी वरिष्ठता सूची तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। किंतु शासन के निर्देश के अनुसार इन्हें समय से पदोन्नति नहीं मिल पा रही है। हालत यह है कि यह सात-आठ साल से डायट प्रवक्ता या बीएसए आदि पदों पर ही तैनात हैं। पांच वर्ष की सेवा पूरी करने के साथ ही ये पदोन्नति के पात्र हो जाते हैं।
खास बात ये है कि विभाग में समूह क में एक शिक्षा निदेशक, सात अपर शिक्षा निदेशक, 10 संयुक्त शिक्षा निदेशक व डीआईओएस के लगभग 56 पद खाली हैं। साथ ही बीएसए व समकक्ष से डीआईओएस व समकक्ष पद पर पदोन्नति के लिए अर्हकारी सेवा पूरी करने वाले हाल में संयुक्त शिक्षा निदेशक आदि के लिए डीपीसी हुई है। अन्य की प्रक्रिया भी चल रही है, जो जल्द पूरी होगी। हाल में समूह ख से क के पद पर चार अधिकारियों को पदोन्नति हुई है। शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया चल रही थी, इसलिए यह रुकी थी। शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया भी जल्द पूरी होगी – विजय किरन आनंद, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा अधिकारियों की संख्या लगभग 60 है। ऐसे में समूह ख के अधिकारियों को पदोन्नति देने में कोई अड़चन नहीं है। समय से पदोन्नति मिल जाए तो खाली पदों को भरने के साथ ही विभागीय कार्य को गति देने में काफी सहयोग मिलेगा।
शिक्षकों की फरवरी से चल रही प्रक्रिया :
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के भी पदोन्नति का इंतजार काफी लंबा होता जा रहा है। पदोन्नति प्रक्रिया फरवरी से चल रही है।