मिशन शिक्षण संवाद योग के तहत प्रदेश स्तर पर लग रही ऑनलाइन क्लास

प्रत्येक दिन एक आसन को लेकर बाल योग गुरुओं में कराई जा रही प्रतियोगिता

प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले स्कूलों प्रतिदिन बनती है प्रदेश स्तरीय लिस्ट

योग के साथ छात्र कौशल विकास में भी कर रहे प्रतिभाग, बना रहे हैंड मेड ज्वेलरी

अलीगढ़:- योगाचार्य के बारे में तो बहुत सुना होगा पर बाल योग गुरु के बारे में कभी नहीं सुना होगा। अलीगढ़ में बाल योग गुरु अपने कक्षा के साथियों को योग आसन सिखा रहे हैं। यह पहल परिषदीय विद्यालय में की गई है जहां योग टीचर बच्चों को योग सिखाकर बाल योग गुरु बना रहे है।महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा परिषदीय विद्यालय में योग शिक्षा को लेकर नई पहल की गई है।

योग विषय पर छात्र रूचि ने इसके लिए प्रदेश के 17 जनपदों में नई पहल की गई है। जिसमें जनपद वाराणसी, झांसी, बुलंदशहर, एटा, औरैया, मुरादाबाद, जौनपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, अलीगढ़, कौशाम्बी, आगरा, फतेहपुर, मेरठ, सम्भल, पिंकी सिंह, बांदा शामिल हैं। इन विद्यालयों में बच्चों को योग शिक्षा देकर बच्चों को बाल योग गुरु बनाया जा रहा है। अलीगढ़ में कविता, गीतिका को योग में प्रशिक्षित कर बाल योग गुरु का दर्जा दिया गया है। अब यह दोनों अन्य कक्षा के बच्चों को योग आसन का प्रशिक्षण दे रहे हैं। जिला समन्वयक ऋषि सिंह ने बताया फिलहाल यह प्रयोग जनपद के एक विद्यालय में शुरू किया गया है। योग को लेकर प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बच्चों की प्रतिदिन सूची तैयार की जाती है। अक्टूबर माह सभी परिषदीय विद्यालय में शुरू किया जाएगा।

बच्चे बना रहे हैंड मेड ज्वेलरी

टीचर लर्निंग मैटेरियल अभियान के बाद शिक्षकों और बच्चों का कौशल विकास को लेकर रूचि जगी है। परिषदीय विद्यालय बच्चे शिक्षकों की मदद से प्रयोगात्मक शिक्षा प्राप्त कर रहे। इसी तहत परिषदीय विद्यालय में बच्चे हैंडी क्राफ्ट और हैंड मेड ज्वेलरी बना रहे हैं।बच्चों के द्वारा पुरानी मोतियों और कपड़ा, सुई धागा फेविकोल के माध्यम से बनाया है। इसमें हमदर्द नगर प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका इस्हाक ने बच्चों का मार्गदर्शन किया है।परिषदीय विद्यालयों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पहल की जा रही है। जिसके तहत बच्चों को प्रशिक्षित कर बाल योग गुरु का दर्जा दिया जा रहा है। अलीगढ़ में दो बच्चों को बाल योग गुरु का दर्जा दिया गया है। अक्टूबर से सभी स्कूलों में इसे अनिवार्य किया जाएगा।”-ऋषि सिंह, जिला समन्वयक, मिशन शिक्षण योग

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