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परिषदीय शिक्षकों को मिलेगा टेबलेट, होगी ऑनलाइन हाजिरी, मिशन प्रेरणा के अंतर्गत डिजिटल लर्निंग को मिलेगा बढ़ावा


माह मार्च की निष्ठा प्रशिक्षण मॉड्यूल-11 & 12 की लिंक, Join

मॉड्यूल-11  “शिक्षण, अधिगम,मूल्यांकन में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी ICT” की प्रश्रोत्तरी का हल।

मॉड्यूल-12 “बुनियादी स्तर के लिए खिलौना आधारित शिक्षण” की प्रश्नोत्तरी का हल।

कन्नौज:- बेसिक शिक्षा विभाग में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की लेटलतीफी नहीं चल पाएगी। जल्द ही सभी परिषदीय विद्यालयों को टैबलेट दिया जाएगा। जिसमें प्रेरणा पोर्टल से हाजिरी लगाई जाएगी। खास बात यह है कि इसमें विद्यालय का यू-डाइस कोड और शिक्षक की मानव संपदा आईडी दर्ज होगी। उपस्थिति दर्ज कराने के लिए शिक्षक को विद्यालय परिसर से ही सेल्फी अपलोड करनी होगी। अन्य कहीं से फोटो अपलोड नहीं होगी। इसमें विद्यालय की अक्षांश और देशांतर रेखाओं के अनुसार यू-डायस कोड की फीडिंग की जाएगी।

महामारी संक्रमण को देखते हुए डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने शिक्षकों को टेबलेट देने का निर्णय लिया है। जल्द ही सभी परिषदीय विद्यालयों में टेबलेट दिए जाएंगे। मिशन प्रेरणा की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए एकेडमी की रिपोर्ट पर्सन एआरपी को भी टेबलेट दिया जाएगा। शिक्षक द्वारा विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। अधिकतर छात्र-छात्राएं ग्रामीण क्षेत्र से हैं।यहां अभिभावक मजदूरी करके बमुश्किल अपने परिवार का पालन पोषण कर पा रहे हैं। कई शिक्षकों के पास भी एंड्राइड मोबाइल फोन नहीं है। जिसके पास है तो कुछ शिक्षक ऑनलाइन पढ़ाई में आनाकानी कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि विभागीय कई एप्स हैं इसकी वजह से उनके मोबाइल फोन हैंग होने लगते हैं। टेबलेट होने से डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

मिड डे मील में भी नहीं हो पाएगी फर्जी आंकड़ेबाजी

अभी तक परिषदीय विद्यालयों में मिड डे मील में फर्जी आंकड़ेबाजी कर छात्र संख्या उपस्थिति से अधिक भरकर कन्वर्जन कास्ट में गोलमाल किया जाता था। टेबलेट आने के बाद इस पर भी लगाम लगेगी। मिड डे मील के दौरान प्रधानाध्यापकों को बच्चों की फोटो अपलोड करनी होगी। यह एप स्वयं बच्चों की गिनती कर उसे पोर्टल पर दर्ज कर लेगा। इसी तरह प्रार्थना सभा में भी बच्चों की फोटो अपलोड करनी होगी जिससे कि बच्चों की उपस्थिति दर्ज हो सके।

“शासन से टेबलेट आते ही सभी शिक्षकों को वितरित किए जाएंगे और उसे चलाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। टेबलेट मिलने से जहां शैक्षिक स्तर में वृद्धि होगी तो ऑनलाइन हाजिरी होने से शिक्षकों की लेटलतीफी पर भी अंकुश लगेगा। एआरपी भी प्रेरणा की ऑनलाइन मॉनिटरिंग करेंगे।”- संगीता सिंह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी


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