एनसीईआरटी की अनुमति मिली, जल्द छपेंगी किताबें


एनसीईआरटी की अनुमति मिली, जल्द छपेंगी किताबें

इस बार भी जुलाई में मिलेगी नौ से 12 तक की किताबें

बोर्ड पुस्तकों के प्रकाशन की शुरू करेगा प्रक्रिया

प्रयागराज। एक सत्र के अंतराल के बाद यूपी बोर्ड ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (एनसीईआरटी) की किताबों के प्रकाशन की तैयारी शुरू कर दी है। रॉयल्टी और जीएसटी के दो करोड़ से अधिक के भुगतान के बादएनसीईआरटी ने अपनी अधिकृत किताबें छापने की अनुमतिबोर्डको देदी है। अबकिताबोंके प्रकाशन के लिए जल्द टेंडर जारी होगा।

सारी औपचारिकता पूरी होने में कमसे कमतीन महीने का समय लग जाएगा। बोर्ड से जुड़े 27 हजार स्कूलों में पढ़नेवालेकक्षा नौ से 12 तक के एक करोड़ से अधिक छात्र-छात्राओं को जुलाई के पहलेयादूसरे सप्ताह में किताबें मिलने की उम्मीद है। पूर्व के वर्षों में भी अमूमन जुलाई में ही बाजारों में किताबें उपलब्ध हो सकी थीं। वैसे तो प्रदेशभर के माध्यमिक स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत एक अप्रैल से हो चुकी है, लेकिन बोर्ड को शासन से प्रकाशकों पर बकाया रॉयल्टी-जीएसटी के भुगतान के लिए शासन से मंजूरी लेने में समय लग गया। इस धनराशि का भुगतान नहीं होने के कारण ही पिछले साल बोर्ड एनसीईआरटी की सस्ती और मानक किताबें नहीं छपवा सका था।


Exit mobile version