हर महीने कम से कम जिले के दस स्कूलों के मिड डे मील की जांच होगी।

खाने को दो व्यक्तियों के चखने के बाद ही बच्चों को परोसा जाएगा

लखनऊ:- प्रधानमंत्री पोषण योजना (मिड डे मील) के तहत दिए जाने वाले खाने का सैंपल स्कूल के बंद होने तक रखा जायेगा। हर महीने जिले के कम से कम 10 स्कूलों के किचन या एनजीओ के किचन से सैंपल लेकर खाद्य सुरक्षा प्रयोगशाला में जांच कराई जाए। ये निर्देश बेसिक शिक्षा विभाग प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने दिए हैं।

पीएम पोषण योजना के लिए जारी दिशा निर्देशों में उन्होंने कहा कि खाने को रोस्टर के मुताबिक कम से कम दो वयस्क व्यक्तियों विद्यालय में डायनिंग शेड उपलब्ध न होने की स्थिति में बच्चों को स्वच्छ एवं साफ-सुथरे स्थान पर चटाई पर (अध्यापक/अध्यापिका / रसोइया / पंक्तिबद्ध रूप से उचित दूरी पर विद्यालय प्रबन्ध समिति के सदस्य / बैठाकर सौहार्द पूर्ण वातावरण में मां समूह) के भोजन को चखने के भोजन परोसा जाय।

उपरान्त गुणवत्ता संतोषजनक होने पर ही बच्चों को भोजन वितरित कराया जायेगा। विद्यालय स्तर पर भोजन चखने के लिए दिवसवार रोस्टर तैयार किया जाए और इसमें रोज भोजन चखने वाले व्यक्ति का नाम एवं पदनाम अंकित किया जाए।

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