बहुत जरूरी होने पर ही मिलेगा शिक्षकों को दीर्घावकाश
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालन ने शैक्षणिक कैलेण्डर जारी करने के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं। एलयू कुलसचिव के जारी आदेश में कहा गया है कि आंतरिक मूल्यांकन के लिए संकायध्यक्षों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यों को अपने स्तर से बनाना होगी। इसके साथ ही छात्रों को उच्च शिक्षा डिजिटल लाइब्रेरी एवं ऑनलाइन माध्यमों से जोड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
विश्वविद्यालय, महाविद्यालय में सचांलित पाठ्यक्रमों की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं अनिवार्य रूप से संचालित करायी जाएंगी ताकि अपरिहार्य परिस्थितियों में छात्रों की प्रोन्नति समय से संभव हो सके। सत्र नियमित होने तक (31 मार्च 2025 तक) शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को बहुत आवश्यक होने पर दीर्घावकाश (मातृत्व अवकाश छोड़कर) स्वीकृत किए जाएंगे। शोक सभाएं विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, संस्थानों में केवल कार्यरत शिक्षको, कर्मचारियों के निधन पर अपरान्ह चार बजे होगी। चार बजे तक कक्षाएं यथावत चलेंगी।