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परिषदीय विद्यालयों को तीन साल के लिए लेना होगा गोद, स्कूलों को दान-सहयोग के लिए कायाकल्प विद्यांजलि पोर्टल होगा चालू


परिषदीय विद्यालयों को तीन साल के लिए लेना होगा गोद , स्कूलों को दान-सहयोग के लिए कायाकल्प विद्यांजलि पोर्टल होगा चालू

किसी भी तरह का दान पोर्टल से ही किया जा सकेगा

लखनऊ:- स्कूलों को तीन साल के लिए गोद लेना होगा। सरकार ने 27 सुविधाओं की सूची जारी की है जिसे उपलब्ध कराने में आम आदमी, एनजीओ, सीएसआर, पूर्व छात्र आदि मदद कर सकेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने बुधवार को स्कूलों को दान, सहयोग देने के लिए कायाकल्प विद्यांजलि पोर्टल के क्रियान्वयन का आदेश जारी कर दिया है।

अब स्कूलों को किसी भी तरह का दान इस पेार्टल की मदद से ही दिया जाएगा। आदेश के मुताबिक पांच श्रेणियों में सहयोग दिया जा सकेगा। स्कूलों में पथ प्रदर्शक बनने के लिए गणित, विज्ञान समेत अन्य विषयों के साथ नृत्य, वाद्ययंत्र या कोई भी कला सिखाई जा सकेगी। पोर्टल पर लॉगिन करके के बाद ऑनलाइन आवेदन करने के बाद उन्हें एक टोकन नंबर व आभार पत्र दिया जाएगा।इस योजना के क्रियान्वयन व मॉनिटरिंग के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाएगा।

हर जिले में स्कूल डेवलपमेंट फण्ड का खाता खुलवाया जाएगा। दान की राशि जमा होने के बाद 30 दिन के अंदर काम शुरू करवाया जाएगा। काम की प्रगति पोर्टल पर देखी जा सकेगी। यदि दानकर्ता खुद काम करवाना चाहेगा तो उसका डीपीआर अनुमोदन कमेटी करेगी।स्कूलों में ऑपरेशन कायाकल्प के तहत होने वाले कामों के अलवा स्ट्रीट लाइट, सोलर आरओ प्लांट, अग्निशमन यंत्र, ओपन जिम, झूले-स्लाइडर, कम्पयूटर लैब, विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण-जीर्णोद्धार, विज्ञान प्रयोगशाला के उपकरण, स्टेशनरी, लाइब्रेरी के लिए किताबें आदि भी दिया जा सकता है।


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