यूपी में जल्द होगी झमाझम बारिश, दिल्ली में भी मिलेगी भीषण गर्मी से राहत मौसम विभाग का अलर्ट
नई दिल्ली। पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ बिहार, तेलंगाना के ऊपर केन्द्रित चक्रवातीय दबाव के कारण देश के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि अगले पांच दिवनों तक कई राज्यों में तेज हवाएं चलेंगी। आईएमडी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 26 मई तक अलग-अलग जगहों पर बारिश हो सकती है। वहीं, देश की राजधानी नई दिल्ली में भी भीषण गर्मी से 2-3 दिनों के बाद राहत मिलने के आसार हैं। आईएमडी की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 23 मई से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय के ऊपर दस्तक देने की संभावना है। इसके कारण अगले कुछ दिनों में दिल्ली के साथ-साथ पश्चिमी यूपी, पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में गरज चमक के साथ हल्की बारिश देखी जा सकती है। मौसम विभाग ने सोमवार से शुक्रवार 26 मई के दौरान उत्तर प्रदेश के विभिन्न अचलों में तेज आंधी चलने और गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार जताए हैं। इस दौरान हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। वहीं रविवार को प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में ग्रीष्म लहर का प्रकोप बना रहेगा। मौसम में यह बदलाव पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ बिहार, तेलंगाना के ऊपर केन्द्रित चक्रवातीय दबाव का नतीजा होगा। साथ उत्तर पश्चिम भारत में 23 मई को विकसित हो रहा पश्चिमी विक्षोभ भी राज्य के मौसम पर अपना असर दिखायेगा। फिलहाल प्रदेश के विभिन्न अंचलों में ग्रीष्म लहर का प्रकोप जारी है। शनिवार को प्रदेश के सबसे गरम स्थान प्रयागराज व मथुरा-वृंदावन रहे। इन दोनों जिलों में दिन का तापमान क्रमश: 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ । चित्रकूट में दिन का तापमान 44.2 और वाराणसी में 43 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा जबकि राजधानी लखनऊ और आसपास के इलाकों में दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहा।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। आईएमडी के मुताबिक, शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे दिल्ली में सापेक्षिक आर्द्रता 52 फीसदी दर्ज की गई। विभाग ने दिन में शहर में आसमान मुख्यतः साफ रहने की संभावना जताई है। वहीं, अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया जा सकता है। हालांकि, अगले मंगलवार से राहत की संभावना है। आपको बता दें कि उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी हिस्सों में भी 23 से 26 मई तक बारिश का दौर देखा जा सकता है। इस दौरान तेज रफ्तार में हवाएं भी चल सकती हैं। मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, 23 मई से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय पर दस्तक देने की उम्मीद है। इसका प्रभाव मैदानी इलाकों पर भी दिखेगा। इसकी वजह से दिल्ली के साथ साथ पश्चिमी यूपी, पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में गरज चमक के साथ हल्की बारिश देखी जा सकती है। इस दौरान धूल भरी आंधी चल सकती है। 23 मई को हल्की लेकिन 24 मई को बारिश की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं। कुछ जगहों पर ओलावृष्टि की भी आशंका भी जताई गई है।
हिमाचल में पारा 40 डिग्री के पार, येलो अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश में गर्मी के तल्ख तेवर जारी हैं। मैदानी इलाकों में उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल हो रहे हैं। शनिवार को तापमान ऊना में 40 डिग्री पार कर गया। हालांकि राज्य में 22 मई से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके कारण बादलों के बरसने से तापमान में गिरावट आएगी और गर्मी का प्रकोप कम होगा। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 23 और 24 मई मैदानी एवं मध्यवर्ती क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर बिजली चमकने और हवाओं के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी भी हो सकती है। मौसम वज्ञिान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि 22 मई को मैदानी इलाकों को छोड़कर शेष भागों में बारिश होने के आसार हैं। 23 व 24 मई को पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा। इस दौरान बादलों की गड़गड़ाहट व आंधी के साथ बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। इससे पारा गिरेगा और झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं।
तमिलनाडु में लू का कहर
तमिलनाडु में लू के प्रकोप के बीच अगले कुछ दिनों में तापमान दो से चार डिग्री सेल्सियस और बढ़ने संबंधी मौसम विभाग की भवष्यिवाणी के मद्देनजर मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने राज्य के जिलाधिकारियों को सभी आवश्यक ऐहतियात बरतने के निर्देश दिये हैं। स्टालिन में यहां जारी बयान में कहा कि सरकारी अस्पतालों में ओआरएस और अन्य चिकत्सा आवश्यकतों की उपलब्धता सुनश्चिति करने के साथ ही मवेशियों के लिए पीने के पानी सुलभ कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।