बेसिक शिक्षा: तबादलों पर गड़बड़ी पर सेवानिवृत्त दो अधिकारियों की जांच

बेसिक व माध्यमिक शिक्षा के लिपिकों के तबादलों में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई

लखनऊ : बेसिक माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिपिकों के तबादलों में गड़बड़ी करने दो बड़े अधिकारी भी दोषी मिले हैं । तत्कालीन अपर शिक्षा निदेशक बेसिक ललिता प्रदीप व सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक नंदलाल को तबादलों अनियमितता प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया दोनों सेवानिवृत्त हो चुके हैं । उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए गए हैं । विशेष सचिव बेसिक शिक्षा अवधेश कुमार तिवारी को जांच अधिकारी बनाया गया है ।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने 13 अगस्त शासन को पत्र सौंपा । इसमें 2022 23 समूह ग कार्मिकों के स्थानांतरण में हुई अनियमितता का उल्लेख करते हुए अवगत कराया कि कर्मचारियों का तबादला ऐसे स्थान पर किया गया जहां पर पद रिक्त नहीं हैं । इनके द्वारा ऐसे कर्मचारियों का स्थानांतरण किया जो निलंबित चल रहे । यह भी लिखा कि समूह कार्मिकों के स्थानांतरण में शासनादेश का अनुपालन नहीं किया गया । उन्होंने कार्मिकों से साठगांठ करके तबादलों में अनियमितता लिए दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की ।

बेसिक शिक्षा के विशेष सचिव आरवी सिंह की ओर से जारी आदेश में तत्कालीन अपर शिक्षा निदेशक बेसिक उन प्रयागराज ललिता प्रदीप को प्रथम दृष्टया समूह ग कार्मिकों के तबादलों में नियुक्ति प्राधिकारी के रूप में दायित्वों का निर्वहन न करने लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया है । ऐसे ही आरोप तत्कालीन सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक सेवाएं दो उप्र प्रयागराज नंदलाल भी हैं । दोनों अधिकारी सेवानिवृत्त चुके हैं , ऐसे में सीएसआर के अनुच्छेद 351 ए के तहत उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई शुरू की जा रही है । इस मामले में विशेष सचिव बेसिक शिक्षा को पदेन जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है ।

प्रधान सहायक व तीन पटल सहायकों हो चुके निलंबित:

अपर शिक्षा निदेशक बेसिक अनिल भूषण चतुर्वेदी लिपिकों तबादलों में गड़बड़ी करने वाले शिक्षा निदेशालय प्रयागराज प्रधान सहायक धुपराज सिंह , पटल सहायक पवन कुमार संजय सोनी व अमर प्रताप सिंह को निलंबित कर चुके हैं । इसके अलावा 12 मंडलों से गलत सूचना भेजने वाले कनिष्ठ सहायकों पर कार्रवाई करने का निर्देश एडी बेसिक को दिया । वहां से रिपोर्ट मिलने पर संबंधित पटल सहायकों पर कार्रवाई होगी ।

1036 लिपिकों का हुआ था तबादला:

बेसिक व माध्यमिक शिक्षा के मंडल व जिला कार्यालयों में तैनात लिपिकों का वार्षिक स्थानांतरण नीति के तहत जून में कुल 1036 लिपिकों का तबादला हुआ । इनमें से करीब 45 प्रतिशत लिपिक ऐसे थे जो एक ही कार्यालय में 10 वर्ष से अधिक समय से जमे थे । लिपिकों ने तबादलों में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया , जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई । इसमें सामने आया कि 124 लिपिकों का गलत स्थान पर तबादला हुआ । 130 लिपिकों के तबादलों में संशोधन करने पर सहमति बनी , आदेश करीब 95 ही हुए हैं ।


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