सत्यापन होने के बाद कार्यमुक्त किए जाएंगे 9536 शिक्षक
16614 परिषदीय शिक्षकों के अंतर जनपदीय तबादले की जारी की गई है सूची
आधे से अधिक शिक्षकों को ट्रांसफर में भारांक का मिला लाभ
प्रयागराज:- अंतरजनपदीय तबादले का लाभ पाने वाले 9536 परिषदीय शिक्षकों को अभी कार्यमुक्त नहीं किया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 28 जून को जारी पत्र में साफ किया है कि ऐसे शिक्षक जिनका वरीयता अंक (असाध्य एवं गंभीर रोग, दिव्यांग, एकल अभिभावक, पति-पत्नी के सरकारी सेवा में होने, राष्ट्रीय / राज्य अध्यापक पुरस्कार) के आधार पर स्थानान्तरण हुआ है, उनके साक्ष्यों एवं अभिलेखों का सत्यापन करने के बाद दो जुलाई तक कार्यमुक्त और कार्यभार ग्रहण कराना सुनिश्चित करें।
26 जून को तबादला सूची में शामिल 16614 में से 9536 शिक्षकों को वरीयता अंक मिला है। साफ है कि इन्हें अभी मनपसंद जिले में जाने के लिए इंतजार करना होगा। इनके अलावा 7078 शिक्षकों को तत्काल कार्यमुक्त करने के आदेश दिए गए हैं। जिला स्तरीय समिति से अनुमोदन के बाद बीएसए शिक्षकों को कार्यमुक्त करेंगे। सचिव ने बगैर भारांक ट्रांसफर शिक्षकों के कार्यमुक्त होने और कार्यभार ग्रहण करने की सूचना एक जुलाई तक मांगी है। अपात्र शिक्षकों को किसी भी दशा में कार्यमुक्त न किया जाए। गलत तथ्य प्रस्तुत कर स्थानान्तरण पाने वाले शिक्षकों का ट्रांसफर स्वत निरस्त माना जाएगा और उनके खिलाफ नियमानुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी। सचिव ने चेतावनी दी है कि किसी भी शिक्षक का अभिलेख त्रुटिपूर्ण या गलत तथ्य होने के बावजूद कार्यमुक्त करने पर बीएसए का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा। दूसरे जिले से कार्यमुक्त होकर आने वाले शिक्षकों को बीएसए उनकी मौलिक नियुक्ति तिथि के आधार पर रजिस्टर में कार्यभार ग्रहण कराते हुए नाम अंकित करेंगे।
भारांक के अभिलेख की जांच करने को कमेटी गठित
प्रयागराज । भारांक का लाभ लेने वाले शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन सीडीओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी करेगी। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने 29 जून को सभी बीएसए को भेजे पत्र में लिखा है कि कार्यमुक्त करने से पहले भारांक के लिए प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों या अभिलेखों का सत्यापन पांच सदस्यीय कमेटी करेगी। मुख्य विकास अधिकारी कमेटी के अध्यक्ष और बेसिक शिक्षा अधिकारी सदस्य सचिव होंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और जिलाधिकारी की ओर से नामित जिला स्तरीय अधिकारी को सदस्य बनाया गया है। फर्जी व कूटरचित साक्ष्य, प्रमाण पत्र व अभिलेख के आधार पर भारांक का लाभ मिलने की पुष्टि होने पर संबंधित के खिलाफ विधिक कार्यवाही होगी।
- आंकड़ों पर एक नजर
- 16614 शिक्षकों का हुआ तबादला
- 1141 असाध्य एवं गंभीर रोगी
- 1122 दिव्यांगता के आधार पर
- 393 एकल अभिभावक
- 16880 सरकारी सेवा में कार्यरत जीवनसाथी
- 7078 बिना किसी भारांक के