जांच में निर्दोष निकले शिक्षक, भेजा मानहानि का नोटिस
शामली: सहायक अध्यापक पवन कुमार एम की ओर से गठित छह सदस्यीय टीम की जांच में निर्दोष मिले। उनको सवेतन बहाल किया गया। अब सहायक अध्यापक पवन कुमार की ओर से 12 लोगों को 50 लाख रुपये की मानहानि का नोटिस भिजवाया गया है। इससे शिकायतकर्ताओं में हड़कंप मच गया। रविवार को प्राथमिक विद्यालय भाज्जू नंबर दो के सहायक अध्यापक पवन कुमार ने बताया कि वह पूर्व में प्राथमिक विद्यालय सिलावर में प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में तैनात थे। विद्यालय परिसर में ही आंगनवाड़ी केंद्र के संचालन में वह लगातार सहयोग कर रहे थे, लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को बच्चों की उचित देखभाल के लिए निर्देश देने के कारण उनके विरुद्ध झूठी शिकायतें उच्चाधिकारियों से की।
जिससे जिला कार्यक्रम अधिकारी की जांच के आधार पर बीएसए ने जुलाई 2022 में उन्हें निलंबित कर दिया। बाद में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी कैराना सचिन रानी से मामले की जांच कराई, जिसमें वह निर्दोष मिले, लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने शिक्षक के विरुद्ध शिकायतें जारी रखी। जिस पर तत्कालीन जिलाधिकारी जसजीत कौर के निर्देश पर एसडीएम सदर विशु राजा सहित छह सदस्यीय टीम ने जांच की, उस जांच में भी वह निर्दोष पाए गए। उनको एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर सवेतन बहाल किया गया। पवन कुमार की तरफ से भेजे गए नोटिस में कहा गया कि लगातार शिकायतें करने से उन्हें मानसिक पीड़ा, क्लेश, सामाजिक अपमान तथा आर्थिक हानि का सामना करना पड़ा। इसको लेकर उन्होंने अधिवक्ता के माध्यम से ग्राम सिलावर की प्रधान सत्कारी देवी, कमलराज, प्रदीप तरार, योगेंद्र सिंह और आंगनवाड़ी कार्यकत्री नीलम देवी, कुसुमलता, उदेश, संगीता, सुदेश, विजयप्रभा तथा ममता आंगनवाड़ी सहायिका को नोटिस भेजा है।